पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का मानना है कि बायो बबल क्रिकेट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित करना आसान है, लेकिन फ्रेंचाइजी क्रिकेट में इसको करना मुश्किल भरा काम है. अख्तर को लगता है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में द्विपक्षीय श्रृंखला की तुलना में फ्रेंचाइजी क्रिकेट में टीमों और खिलाड़ियों की संख्या अधिक है, इसलिए एक सफल टूर्नामेंट होना मुश्किल है.
बीसीसीआई ने पिछले साल यूएई में सफलतापूर्वक आईपीएल 2020 का आयोजन किया था, लेकिन भारत में इसको दोहराने में नाकाम रही. मौजूदा समय में कोविड की दूसरी लहर का भारत देश पर बहुत बुरा असर पड़ा है और दिन प्रतिदिन लगभग 4 लाख केस सामने आ रहे हैं. ऐसे में आईपीएल 2021 को जारी रखना खतरा भरा हो सकता था.
अपने यू ट्यूब चैनल पर बात करते हुए शोएब अख्तर ने कहा, “आईपीएल कभी भी व्यवहार्य नहीं था. हमने पीएसएल में बायो बबल बनाया और यह पूरी तरह से फ्लॉप हो गया. भारत ने कोशिश की और वहीं हुआ. यहां पर, होटलों में काम करने वाले लोग भी सुरक्षित नहीं हैं, वे बायो सेक्योर बबल में नहीं रहते. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट एक बबल में हो सकता है, लेकिन फ्रेंचाइजी प्रतियोगिता नहीं. क्योंकि इसमें भाग लेने पूरी दुनिया आती और आईपीएल कोई छोटा इवेंट नहीं है.’’
पूर्व तेज गेंदबाज ने आगे कहा, ‘’मुझे पैसा नहीं बनाने वाले लोगों के साथ कोई समस्या नहीं थी. लोग 2008 से पैसा कमा रहे हैं. अगर वे एक साल के लिए पैसा नहीं कमाते हैं, तो उन्हें क्या परेशानी होगी? लोग मर रहे हैं और आपके पास धूमधाम नहीं हो सकता है?” यह एक राष्ट्रीय आपदा है. इसलिए, एक पड़ोसी के रूप में, मैं अनुरोध कर रहा था कि आईपीएल को रोक दिया जाए.’’
उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा, “जब मैंने कुछ हफ़्ते पहले कहा था कि आईपीएल को इस साल रोकना चाहिए, तो इसके पीछे भावनाएं थीं और यह था कि भारत में एक राष्ट्रीय तबाही हो रही है. लोग मर रहे हैं. मैंने अपील की क्योंकि 4 लाख मामले थे.’’ अख्तर ने कहा, “एक दिन में सूचना दी जाती है. ऐसे समय में, आईपीएल नहीं हो सकता है, धूमधाम और प्रदर्शन नहीं हो सकता है.”
वैसे आप सभी की जानकारी के लिए बता दें कि आईपीएल 2021 को अनिश्चितकाल तक के लिए सस्पेड कर दिया गया है.