विश्व कप 2019 का फाइनल एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास का सबसे रोमांचक मुकाबला माना जाता है. 2019 से पहले कहने को तो कितने ही फाइनल मैच खेले गये थे, लेकिन जो रोमांच पिछले साल के फाइनल में देखने को मिला, वह अद्दभुत ही था. खिलाड़ियों के साथ साथ, क्रिकेट एक्सपर्ट्स और फैंस के लिए भी सबसे अलग अनुभव रहा.
विश्व कप का फाइनल इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था और कीवी टीम ने मेजबान के सामने 242 रनों का लक्ष्य रखा था, लेकिन इंग्लैंड सिर्फ 241 रन ही बना सकी और मैच सुपर ओवर में पहुंच गया. सुपर ओवर में इंग्लैंड ने भी 15 रन बनाये और न्यूजीलैंड भी 15 रन ही बना सका, लेकिन बाद में मैच में अधिक बाउंड्री लगाने के चलते इंग्लैंड को विजेता घोषित किया गया.
इंग्लैंड ने इयोन मॉर्गन की अगुवाई में पहली बार वनडे वर्ल्ड कप जीत एक नायाब इतिहास राचा और न्यूजीलैंड लगातार दूसरी बार फाइनल में हारी. इंग्लैंड के लिए सुपर ओवर में गेंदबाजी करने का जिम्मा जोफ्रा आर्चर ने संभाला था.
हाल में ही विश्व कप जीत के एक साल पूरा होने पर इयोन मॉर्गन ने यादगार जीत का स्मरण करते हुए यह बताया कि आखिर क्यों उन्होंने सुपर ओवर के लिए आर्चर के नाम पर मुहर लगाई थी. मैच में जोफ्रा आर्चर ने अपने 10 ओवर के खेल में मात्र 42 रन दिए थे और एक विकेट भी अपने नाम किया था.
मॉर्गन ने खुलासा किया कि उन्होंने आर्चर को चुना क्योंकि वह डेथ ओवरों में दबाव को संभाल सकते हैं. आर्चर ब्लॉकहोल में गेंदबाजी करने के लिए जाने जाते है और उनके पास रफ्तार भी काफी अधिक है. मॉर्गन ने ICC पॉडकास्ट पर इयान बिशप और नासिर हुसैन के साथ बातचीत के दौरान कहा,
“मुझे लगता है कि जोफ्रा को सुपर ओवर में गेंदबाजी करने के लिए चुनने का स्पष्ट जवाब है कि वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ डेथ गेंदबाजों में से एक हैं. दोस्तों को उच्च दबाव वाली परिस्थितियों में प्रदर्शन करने के लिए उजागर किया जाता है और जोफ्रा ने आईपीएल, बिग बैश में साबित किया है कि वह. दबाव में दे सकते हैं, ”
“उन्होंने उस समय केवल एक दर्जन एकदिवसीय मैच खेले थे। उनके सामने हर चुनौती थी, उन्होंने ऐसी परिस्थितियों में प्रदर्शन करने का प्रयास किया था।” मॉर्गन ने आगे कहा.
दूसरी ओर, मॉर्गन ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने सुपर ओवर में बल्लेबाजी करने के लिए बेन स्टोक्स और जोस बटलर को क्यों चुना. स्टोक्स और बटलर दोनों इंग्लैंड के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज और इंग्लैंड की पारी के टॉप स्कोरर भी रहे. स्टोक्स ने 84 रन बनाए थे जबकि बटलर ने 59 रन बनाए थे. इन दोनों बल्लेबाजों ने 110 रन जोड़े थे और अपनी पारी में इंग्लैंड को उबरने में मदद की थी.
उन्होंने कहा, “50 ओवर के एक्शन में अंतिम दो गेंदों पर, मैंने और ट्रेवर ने चर्चा की थी कि अगर सुपर ओवर में मैच होगा तो हम क्या करेंगे. विकेट बल्लेबाजों के लिए गेंद को बीच में लाने के लिए मुश्किल था, इसलिए हमने सोचा कि जोस बटलर मोर्गन ने कहा, बेन स्टोक्स मध्य में भेजने वाले सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज थे.’’
Written by: अखिल गुप्ता
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