टीम इंडिया के बल्लेबाजी विक्रम राठौर का ऐसा कहना है कि आने वाले समय में ऋषभ पंत की भूमिका बहुत अहम होने वाली है. हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ऋषभ पंत ने बेहद ही कमाल का खेल दिखाया था. पंत ने सिडनी में 97 रनों की पारी खेली और भारत के लिए मैच बचाया था, जबकि ब्रिस्बेन में 328 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए नाबाद 89 रन बनाए थे.
खासतौर पर ब्रिस्बेन में खेली गई उनकी पारी तो हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई. टीम के लिए मात्र 118 गेंदों पर नाबाद 89 रन बनाए थे. इस पारी के दौरान पंत ने शुरुआत धीमी की थी, लेकिन बाद में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को खूब परेशानी में डाला था. उन्होंने मैदान के लगभग हर एक कोने में बड़े बड़े शॉट्स खेले थे और भारत को तीन विकेट से जीत का स्वाद चखाया था.
आप सभी की जानकारी के लिए बता दे कि, पिछला एक से डेढ़ साल ऋषभ पंत के लिए काफी उतार चढ़ाव भरा रहा है. 2019 एकदिसवीय विश्व कप के बाद से पंत को महेंद्र सिंह धोनी के विकल्प के रूप में देखा जा रहा था, लेकिन उनकी फॉर्म लगातार खराब रही और 2020 की शुरुआत में तो उनको लिमिटेड ओवर क्रिकेट की अंतिम ग्यारह से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था और के एल राहुल को कीपिंग करते नजर आए थे.
इतना ही नहीं ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेले गए तीन टी-20 और तीन वनडे मैचों की सीरीज में भी पंत को स्थान नहीं मिला था, लेकिन टेस्ट श्रृंखला में दमदार खेल दिखाकर उन्होंने वाकई में ये दिखा दिया कि वो एक लंबी रेस के घोड़े हैं.
विक्रम राठौर ने हिंदुस्तान टाइम से बात करते हुए अपने बयान में कहा, ‘’ऋषभ पंत की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होगी. हमने हमेशा माना है कि वह असाधारण खिलाड़ियों में से एक है. उनके लिए पिछले एक साल काफी कठिन रहा. मगर उन्होंने कड़ी मेहनत की. हम सभी ये जानते थे कि वो एक दिन बड़े मैच विनर बनकर सामने आएंगे. पिछले दोनों मैचों में उन्होंने ये साबित करके दिखाया. उनका बाएं हाथ का खिलाड़ी होना निश्चित रूप से एक फायदा है.”
कई क्रिकेट जानकारों का ऐसा मानना है कि भारतीय परिस्तिथियों में पंत बतौर बल्लेबाज और रिद्धिमान साहा एक विकेटकीपर के रूप में टीम के लिए अहम भूमिका निभा सकते हैं. इस बात में कोई शक नहीं है कि पंत को एक विकेटकीपर के रूप में अभी भी बहुत कुछ सीखने की जरूरत है. राठौर ने कहा कि ये फैसला टीम की जरूरत के हिसाब से लिया जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘’एक बल्लेबाज के रूप में अंतिम ग्यारह में जगह बनाना के फैसला टीम की जरूरत के हिसाब से ही लिया जाएगा.”
बता दे कि, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ऋषभ पंत ने तीन टेस्ट मैचों की पांच पारियों में 68.50 की शानदार औसत के साथ 274 रन बनाए थे. अब बहुत जल्द इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट की घरेलू टेस्ट सीरीज में खेलते नजर आएंगे.
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