जब भी युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत क्रिकेट मैदान पर उतरते हैं, तो हर कोई उनकी तुलना भारत के पूर्व दिग्गज विकेटकीपर-बल्लेबाज के साथ की जाती है। ये कोई नई बात नहीं है, शुरुआत से ही ये होता आया है। बल्कि लोग तो पंत को माही का उत्तराधिकारी भी मानते रहे हैं। लेकिन अब टीम इंडिया के पूर्व चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ लाइव चैट में इस बात का दावा किया कि पंत के फॉर्म में आने वाली गिरावट पंत की धोनी के साथ होने वाली तुलना के कारण ही आया है।
स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ एक फेसबुक चैट पर बात करते हुए पूर्व चयनकर्ता ने ऋषभ पंत के फॉर्म पर अपने विचार प्रकट किए। उन्होंने कहा, ‘जब भी ऋषभ पंत का नाम आता है, उनकी तुलना हमेशा एमएस धोनी से की जाती है, मुझे लगता है वो इसमें फंस गए। कई बार हम लोगों ने उनसे बात की कि वो इन सब से बाहर आएं।’
‘माही बिल्कुल अलग तरह के शख्स हैं और आप अलग। आप शानदार क्रिकेटर हैं, और आपके अंदर भी टैलेंट है, और यही वजह है कि हम लोग आपको बैक कर रहे हैं। वो हमेशा से एमएसडी की परछाई में थे। वो खुद की उनसे तुलना करना शुरू कर चुके थे। उन्होंने (पंत ने) कुछ मामलों में उनको कॉपी करना शुरू कर दिया।’
ऋषभ पंत ने 2018 में भारत के लिए डेब्यू किया था, तब से लेकर आज तक हर कोई पंत में एमएस धोनी की तलाश करता है। पंत ने शुरुआत में अपने लाजवाब प्रदर्शन से सभी का ध्यान आकर्षित किया। मगर पिछले कुछ वक्त से बल्लेबाज अपने फॉर्म में नजर नहीं आ रहा है। इसी का नतीजा है कि वह मौजूदा वक्त में सीमित ओवर टीम की प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने में नाकमायब रहे हैं। दिल्ली के इस विकेटकीपर ने भारत के लिए 13 टेस्ट मैचों में 814 रन, 16 एकदिवसीय मैचों में 374 रन और 28 T20I मैचों में 410 रन बनाए हैं।
विकेटकीपर-बल्लेबाज के नाम इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में शतक दर्ज है। मगर पिछले कुछ वक्त से देखा गया है कि वह मैदान पर आकर गैरजिम्मेदाराना शॉट्स खेलकर आउट हो जाते हैं। ऑस्ट्रेलिया के साथ खेली एकदिवसीय सीरीज में पंत के इंजर्ड होने पर केएल राहुल को विकेटकीपिंग सौंपी गई थी। ऑस्ट्रेलिया के बाद जब भारतीय टीम, न्यूजीलैंड टूर पर गई तब सीमित ओवर में भारत की तरफ से विकेटकीपिंग जिम्मेदारी केएल राहुल ने संभाली थी और उन्हें T20I सीरीज में प्लेयर ऑफ द सीरीज का टाइटल अपने नाम किया था। इतना ही नहीं कप्तान विराट कोहली ने इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि केएल को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने से उन्हें एक अतिरिक्त गेंदबाज को खिलाने की छूट मिलती है।