कोरोना वायरस के बीच इंग्लैंड औ वेस्टइंडीज के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज के साथ क्रिकेट मैदान पर लौटा है। इस ऐतिहासिक सीरीज में इंग्लैंड-वेस्टइंडीज दोनों ही टीमों ने एक-एक मैच जीते और अब 3 मैचों की टेस्ट सीरीज का निर्णायक मुकाबला मेनचेस्टर में खेला जा रहा है। अब सीरीज के बीच इंग्लिश विकेटीकपर-बल्लेबाज जोस बटलर ने बताया है कि आखिर दबाव क्यों महसूस होता है।
मैनचेस्टर में खेले जा रहे सीरीज निर्णायक मुकाबले में विंडीज व इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे टेस्ट मै च में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में मजबूत स्कोर खड़ा किया। जहां जोस बटलर व ओली पोप ने मिलकर 160 रनों की शतकीय साझेदारी कर टीम के स्कोर को आगे बढ़ाने में मदद की। अब बटलर ने खुलासा किया है कि वह क्यों दबाव महसूस कर रहे थे। बटलर से जब पूछा गया कि क्या वह टीम में स्थान को लेकर वह परेशान थे तो बटलर ने कहा, ‘स्काई स्पोर्ट्स’से बात करते हुए कहा,
‘हां, निश्चित रूप से, लेकिन मुझे लगता है कि क्रीज पर समय बिताने से आपका आत्मविश्वास बढ़ता है और मैं निश्चित रूप से ऐसा नहीं कर पा रहा था। लेकिन मुझे लगता है कि यह अपनी टीम के लिए काम करने के बारे में है जिससे मैं भली भांति वाकिफ हूं और अगर आप वैसा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हो, जैसा कि आप करना चाहते तो आपको लगता है कि आप अपना काम उस तरह से नहीं कर रहे हो जैसा आपको अपनी टीम के लिये करना चाहिए।’
पिछले कुछ वक्त से सीनियर बल्लेबाज जोस बटलर बल्ले के साथ कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके। लेकिन निर्णायक मैच में बटलर की 67 रनों की महत्वपूर्ण पारी ने टीम के स्कोर को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निबआई। ‘मैं निश्चित रूप से दबाव महसूस कर रहा था. मैं इतने समय तक खेल चुका हूं कि यह अच्छी तरह समझता हूं कि आप कब दबाव में होते हो और यह आपके कंधों पर होता है कि आप इससे कैसे निपटते हो।’
बताते चलें, दूसरे दिन का अंत हो चुका है। जहां इंग्लैंड की टीम ने पहली पारी में 369 रन बनाए, तो वहीं वेस्टइंडीज की टीम 136-6 विकेट गंवा चुकी है। मैच पर इंग्लिश टीम ने मजबूत पकड़ बना ली है, लेकिन टेस्ट का यही तो रोमांच है, कब बाजी पलट जाए कहा नहीं जा सकता।
Written By: अखिल गुप्ता