इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर का ऐसा कहना है कि जो रूट फिलहाल अपनी जिंदगी की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं, जबकि टीम के बाकी खिलाड़ियों को कप्तान का समर्थन करने के लिए आगे आने की जरूरत है. रूट ने भारत के खिलाफ अभी तक दो टेस्ट मैचों में 128.66 की शानदार औसत के साथ चार पारियों में कुल 386 रन बनाए हैं.
इंग्लैंड के लिए अकेले जो रूट ही है, जिन्होंने टीम के लिए लगातार बड़े स्कोर बनाए हैं, जबकि उनके बाद सिर्फ जॉनी बेयरस्टो का नाम आता है, जो टीम के लिए अर्धशतक बनाने में सफल रहे हैं. मेजबान टीम के अन्य खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर एक नजर डाली जाए, तो टीम के बाकी सभी बल्लेबाजों ने पहले दो टेस्ट मैचों में 13.86 की औसत के साथ मिलाकर 513 रन बनाए हैं. जो रूट ने पहले टेस्ट की पहली पारी में 64 रन बनाए और दूसरी पारी में 109 रनों की शतकीय पारी खेलने में सफल रहे. उनकी इसी पारी के चलते बहुत हद तक इंग्लैंड मुकाबले में बना रहा.
इसके बाद, उन्होंने लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भी शानदार खेल दिखाते हुए पहली पारी में नाबाद 180 रन बनाए और हर एक भारतीय गेंदबाज को काफी परेशान किया. उनकी इस पारी के दम पर इंग्लैंड ने 391 रन बनाए और मेजबान टीम भारत के 364 रनों के जबाव में 27 रनों की बढ़त बनाने में सफल रही.
इस बात में कोई शक नहीं है कि इंग्लैंड की बल्लेबाजी में अनुभव की कमी साफतौर पर नजर आ रही है और अब शेष मैचों के लिए जॉनी बेयरस्टो और जोस बटलर जैसे खिलाड़ियों को टीम के लिए अपना हाथ बढ़ाना होगा. लॉर्ड्स में मिली हार के बाद इंग्लैंड ने तीसरे टेस्ट के लिए डॉम सिबली को टीम से ड्रॉप कर डेविड मलान को टीम में शामिल किया है।
रूट ने इस साल भारत के लिए खेले 6 टेस्ट मैचों में 68.54 की शानदार औसत के साथ 754 रन बनाए हैं. इस दौरान उनके बल्ले से तीन शतक देखने को मिले हैं. खास बात ये हैं कि तीन में से दो शतक मौजूदा सीरीज में आए हैं।
सोनी नेटवर्क द्वारा आयोजित चुनिंदा मीडिया के साथ बातचीत के दौरान एएनआई के एक प्रश्न पर जोस बटलर ने जवाब देते हुए कहा, “मुझे लगता है कि यह स्पष्ट है कि हममें से बाकी लोगों को आगे बढ़कर जो रूट को अधिक समर्थन देने की जरूरत है. वो हमेशा ही जबरदस्त बल्लेबाजी करते हैं लेकिन इस साल अपने जीवन के सबसे अच्छे फॉर्म में हैं.”
उन्होंने आगे कहा, ”सीरीज की शुरूआत उनकी काफी शानदार हुई है और उम्मीद है कि अपना यही फॉर्म वो आगे भी बरकरार रखेंगे और हम लोग अपने परफॉर्मेंस में सुधार करके उनका पूरा सहयोग करेंगे. हम बिल्कुल नहीं चाहते हैं कि उनके कंधे पर ज्यादा भार डालें.”
बटलर ने कहा कि लॉर्ड्स टेस्ट के अंतिम दिन इंग्लैंड की रणनीति जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के खिलाफ कारगर नहीं रही क्योंकि दोनों ने 89 रनों की मैच बदलने वाली साझेदारी बनाई.
बटलर के अनुसार, “हाँ, संभावित. कभी-कभी जब आपके पास एक गेंदबाज होता है जो अविश्वसनीय रूप से तेज गेंदबाजी कर सकता है जैसा कि मार्क वुड निचले क्रम के खिलाफ करते हैं, तो यह निचले क्रम के बल्लेबाजों को डराने के लिए हो सकता है. हमने सोचा कि यह एक अच्छा विकल्प था, जाहिर है, यह काम नहीं किया. हमारे लिए और वह निराशाजनक था, लेकिन फिर भी, मुझे लगता है कि यह कई बार एक अच्छी रणनीति हो सकती है और हम आगे बढ़ने के लिए अपनी रणनीति बनाने की कोशिश करेंगे.”
बटलर जसप्रीत बुमराह और विराट कोहली के खिलाफ जुबानी जंग में शामिल थे. इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि कोहली अत्यधिक प्रतिस्पर्धी हैं और उन्हें लगता है कि भारतीय कप्तान के खिलाफ खेलना उनकी खुशी है.
उन्होंने अंत में कहा, “विराट कोहली एक अविश्वसनीय रूप से प्रतिस्पर्धी व्यक्ति हैं, उन्हें चुनौती और प्रतिस्पर्धा पसंद है. सच कहूं, तो यह उनके खिलाफ खेलने का एक आनंद है. यह एक महान लड़ाई है, यह आपकी परीक्षा लेता है. यह वास्तव में वहाँ से बाहर होने का सौभाग्य है उसके और उसकी टीम के खिलाफ उस प्रतियोगिता में. हम इसका आनंद लेते हैं, हमारी टीम में वास्तव में प्रतिस्पर्धी लोग भी हैं जो जीतने के लिए बेताब हैं और यह तस्वीर को जोड़ता है.”