भारत के युवा तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हैं. अब तक उन्होंने सिर्फ 7 टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन उनके खेल में एक अनुभव और मैच्योरिटी दिखाई देती है. सिराज ने सही क्षेत्रों में गेंदबाजी की है और उसे अपनी सटीक गेंदबाजी का ईनाम मिला है. 27 वर्षीय तेज गेंदबाज ने 7 टेस्ट मैचों में 26.3 की औसत से 27 विकेट झटके हैं.
इसके अलावा, सिराज अपने दृष्टिकोण में आक्रामक रहे हैं और वह विपक्षी बल्लेबाजों के साथ वाद-विवाद में पड़ने से भी नहीं कतराते हैं. सिराज में एक विशिष्ट तेज गेंदबाज की आक्रामकता है, जो उन्हें उनके करियर में सफल बना सकती है. इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज जेफ्री बॉयकॉट का मानना है कि भारतीय टीम प्रबंधन को सिराज को अपनी स्वाभाविक आक्रामकता पर लगाम लगाने के लिए नहीं कहना चाहिए और वह टीम के लिए एक एसेट हैं.
बॉयकॉट ने बुधवार को यूके से मिड-डे को बताया, “मैं सिराज को पसंद करता हूं. वे ऊर्जा से भरपूर हैं. किसी को भी उन्हें कुछ रोकने के लिए नहीं कहना चाहिए. उन्हें अपने तरीके से फलने-फूलने दें. वे भारत के लिए एक एसेट हैं. हालांकि सिराज अभी काफी नए हैं.”
सिराज ने लॉर्ड्स टेस्ट में आठ विकेट झटके और भारत की 151 रन की जीत में अहम भूमिका निभाई. तेज गेंदबाज ने पहली पारी में 4-94 के साथ वापसी की और फिर दूसरी पारी में 4-32 के शानदार गेंदबाजी की.
बॉयकॉट ने कहा कि भारत को एक सुंदर आक्रमण मिला है क्योंकि वे सही बॉक्स में टिक कर रहे हैं. पूर्व इंग्लिश खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन को भारत की प्लेइंग इलेवन में शामिल करना चाहते हैं.
उन्होंने आगे कहा, “भारत को अब एक सुंदर आक्रमण मिला है. मैं रविचंद्रन अश्विन को टीम में रखना चाहूंगा. दो शीर्ष श्रेणी के स्पिनर और तीन पेसर मेरी पसंद की गेंदबाजी इकाई में होने चाहिए.”
दूसरी ओर बॉयकॉट इंग्लैंड के शीर्ष क्रम को लेकर चिंतित है, जो निराशाजनक बल्लेबाजी कर रहा है. ईसीबी ने तीसरे टेस्ट मैच के लिए जैक क्रॉली और डोम सिबली को हटा दिया है और डेविड मलान और साकिब महमूद को जोड़ा है.
बॉयकॉट ने कहा, “मैं इंग्लिश बल्लेबाजी क्रम को लेकर चिंतित हूं. मेरी मां भी टॉप तीन बल्लेबाजों से बेहतर बल्लेबाजी कर सकती थीं. यह बहुत दुखद है. तकनीक की कमी मुख्य कारण है.”