ऑस्ट्रेलिया टूर पर तीनों फॉर्मेट में डेब्यू करके इतिहास रचने वाले तेज गेंदबाज टी नटराजन भी सुर्खियों में बने हुए हैं. उनकी यॉर्कर गेंदों ने सभी को अपनी तरफ आकर्षित किया है. पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान का मानना है कि तेज गेंदबाज टी. नटराजन अभी भी प्रगति पर हैं और टेस्ट मैचों में उन्हें बहुत कुछ करना है.
युवा तेज गेंदबाज टी नटराजन को बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के आखिरी व फाइनल टेस्ट मैच में डेब्यू करने का मौका मिला था. जहां, पहले ही मैच में पेसर ने तीन विकेट अपने खाते में जमा कर लिए. हालांकि, पठान को लगता है कि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को उसके शरीर को गेंद के पीछे लाना होगा ताकि वह दाएं हाथ में वापस आ सके.
पठान ने कहा कि नटराजन को एक रिपिटेटिव एक्शन में गेंदबाजी करते हैं, जो सकारात्मक है. 29 वर्षीय तेज गेंदबाज 135 किमी / घंटा के आसपास गेंदबाजी करता है और इस तरह उसके लिए स्विंग के साथ बल्लेबाज को परेशान करना महत्वपूर्ण है. वह अपनी सटीक लाइन-लेंथ का भरपूर फायदा उठाता है. इरफान पठान ने प्रदर्शनी खेल में बात करते हुए कहा,
“उन्हें (टी नटराजन) को टेस्ट में बहुत कुछ करना है, अपने कोण और लय पर काम करना है. उनके बारे में अच्छी बात यह है कि उन्हें रिपिटेटिव एक्शन में गेंदबाजी करते हैं लेकिन उन्हें अपनी डिलिवरी के समय अपने शरीर को अधिक पीछे लाना होगा. इससे गेंद को बल्लेबाज के सामने लाने में मदद मिलेगी.”
“मैं हमेशा कहता हूं कि बायां दायां है. एक बाएं हाथ का गेंदबाज किसी भी टीम के लिए एक अतिरिक्त फायदा है, क्योंकि वह बल्लेबाजों के लिए एक अलग एंगल बनाते हुए आपके बॉलिंग अटैक में बदलाव लाता है.”
टी नटराजन के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरा किसी सपने के साकार होने जैसा था. वह T20I सीरीज में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे और उन्होंने 6 विकेट झटके. वनडे सीरीज में एक मैच में 2 विकेट निकाले और गाबा टेस्ट में 3 विकेट अपने नाम कर लिए.
टी नटराजन पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्हें एक ही टूर पर तीनों फॉर्मेट में डेब्यू करने का मौका मिला. तेज गेंदबाज इंग्लैंड सीरीज के शुरुआती दो मैचों के लिए चुनी गई टीम का हिस्सा नहीं है क्योंकि उन्हें पितृत्व अवकाश दिया गया.