चोट से उबरने के बाद सीमित ओवर क्रिकेट में वापसी करने वाले भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट अब भी उनकी प्राथमिकता है और वह इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 14वें सीज़न में अपने वर्कलोड पर निगरानी रखेंगे, क्योंकि उनकी नजरें इस साल इंग्लैंड के खिलाफ उसकी सरजमीं पर होने वाली टेस्ट सीरीज़ पर टिकी हैं.
इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टी 20 आई और तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज में बहुत ही किफायती गेंदबाजी की और अपनी गेंदबाजी से विपक्षी बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा. भुवी ने टी20 आई सीरीज में 6.39 की इकोनॉमी रेट के साथ गेंदबाजी की और चार विकेट चटकाए.
इसके बाद, भुवी ने एकदिवसीय सीरीज में छह विकेट लिए. इस दौरान उनकी इकोनॉमी 4.66 की रही. अब तेज गेंदबाज आईपीएल 2021 में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते नजर आएंगे, जिसका आगाज 9 अप्रैल से होने वाला है.
हालांकि, उन्होंने खुलासा किया कि वह इंग्लैंड के खिलाफ अगस्त में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज को ध्यान में रखते हुए तैयार करेंगे. भुवनेश्वर कुमार ने 2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच खेला था, उसके बाद उनकी चोटों के चलते वह किसी टेस्ट सीरीज का हिस्सा नहीं बन सके.
‘‘निश्चित तौर पर, टेस्ट क्रिकेट में वापसी मेरा लक्ष्य है. मैं लाल गेंद की क्रिकेट को ध्यान में रखकर तैयारी करूंगा. हालांकि टेस्ट मैचों के लिये किस तरह की टीम का चयन किया जाता है यह पूरी तरह से अलग परिदृश्य होगा.’’
‘‘आईपीएल के दौरान मेरा कार्यभार प्रबंधन और अभ्यास टेस्ट क्रिकेट को ध्यान में रखकर होगा, कयोंकि मैं जानता हूं कि आगे काफी टेस्ट मैच खेले जाने हैं और मेरी प्राथमिकता अब भी टेस्ट क्रिकेट है.’’
पिछले कुछ साल तेज गेंदबाज के लिए चोटों के निहाज से बहुत ही निराशाजनक रहे हैं. हालांकि वह अब लंबी योजनाएं नहीं बनाना चाहते हैं.
‘‘इसलिए मैं टेस्ट सीरीज की तैयारी के लिये अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ूंगा. लेकिन मैंने लंबी अवधि की योजनाएं बनानी बंद कर दी हैं क्योंकि पूर्व में जब भी मैंने ऐसा किया तब चीजें मेरे अनुकूल नहीं रही. भले ही ऐसा चोट के कारण हुआ हो या फार्म के कारण. लेकिन अपने कार्यभार प्रबंधन पर मैं पूरा ध्यान दूंगा. इंग्लैंड दौरे से पहले हमें काफी क्रिकेट खेलनी है और इसलिए मैं खुद को फिट रखना चाहूंगा.’’
भुवी के पास गेंद को दोनों तरीके से नैचुरल स्विंग कराने में महारथ हासिल है. यदि वह इंग्लैंड के साथ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम का हिस्सा बनते हैं, तो ये भारत के पेस अटैक को और भी मजबूत बना देगा.