मौजूदा भारतीय क्रिकेट टीम की के विश्व स्तरीय पेस अटैक की हर तरफ तारीफ होती है. इस बीच भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने तेज गेंदबाजी इकाई की सराहना की है. शमी का कहना है कि पहले विपक्षी टीमें उनके खिलाफ आसानी से योजना बना लेती थीं, लेकिन अब वे कुछ औस सोचने के लिए मजबूत हैं.
शमी को लगता है कि उनकी टीम की सबसे खास बात ये है कि उनके पास 4-5 गेंदबाज हैं, जो लगातार 140 की रफ्तार से गेंद फेंक सकते हैं. भारतीय पेट अटैक ने पिछले कुछ वर्षों में बड़ी तरक्की की है और इसने टीम की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, खासकर विदेशी परिस्थितियों में. इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने हर परिस्थितियों में टीम के लिए प्रदर्शन किया है.
इसके अलावा, भारत के पास मोहम्मद सिराज, उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार, शार्दुल ठाकुर, टी नटराजन और नवदीप सैनी जैसे लाजवाब गेंदबाज हैं.
शमी ने इंडिया न्यूज को बताया, “हमारी गेंदबाजी ईकाई की सर्वश्रेष्ठ चीज ये है कि हमारे पास 4-5 तेज गेंदबाज हैं, जो लगातार 140-150 प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं. आप एक या दो गेंदबाज खोज सकते हो, लेकिन 4-5 का होना मुश्किल है और हमारे पास ऐसे गेंदबाज हैं. हमने विरोधी टीम पर दबाव डाला कि वो जो विकेट हमें दिखाने जा रहे हैं, उस पर अच्छे से ध्यान दें.
“मुझे नहीं लगता कि हमारे पास ऐसे गेंदबाज हैं जो पहले कभी इस गति पर गेंदबाजी करते हो, हमारे पास कभी 4-5 गेंदबाज ऐसे नहीं आए. पहले, टीमें हमारे खिलाफ आसानी से योजना बना लेती थी, लेकिन अब उन्हें उलटा सोचने के लिए मजबूर होना पड़ता है.”
शमी ने कहा कि टीम के वरिष्ठ गेंदबाजों के रूप में, तेज गेंदबाजी तिकड़ी युवाओं को सहज बनाने की कोशिश करती है और उनसे सही सवाल पूछती है, जिससे उन्हें सुधार करने में मदद मिल सकती है.
“सीनियर के रूप में हमारी जिम्मेदारी युवाओं को ये कहने की है कि बिंदास कुछ भी पूछो. वैसे, सीनियर और जूनियर क्रिकेटरों के बीच बातचीत बहुत अच्छी है. बात यह है कि हम सभी को एक दिन क्रिकेट छोड़ना है, लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि हम टीम और युवाओं के लिए क्या छोड़कर गए. यह जरूरी है कि आप अपने देश, कप्तान और बोर्ड को गौरवान्वित महसूस कराओ.”
भारतीय क्रिकेट टीम 18 जून से साउथेम्प्टन के रोज बाउल में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड के सामने उतरेगी.