इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान माइकल वॉन का ऐसा कहना है कि अंतिम टेस्ट मैच में पाकिस्तान टीम को अंतिम ग्यारह में फवाद आलम की जगह शादाब खान को मौका देना चाहिए. फवाद को साउथेम्प्टन में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में खेलने का मौका मिला था, लेकिन बारिश के चलते मैच पूरी तरह से नहीं खेला गया और अंत में ड्रॉ पर समाप्त हुआ.
बताते चलें कि, फवाद आलम को पूरे 11 सालों के एक लंबे अंतराल के बाद पाकिस्तान के लिए टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला था, लेकिन उनका प्रदर्शन एकदम फीका नजर आया. पहली पारी के दौरान वह मात्र चार गेंदों के भीतर शून्य पर अपनी विकेट खो बैठे. आलम को क्रिस वोक्स ने एलबीडबल्यू आउट किया. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 56.78 का रहा है और उनसे दूसरे टेस्ट मैच में एक बड़ी पारी की उम्मीद भी थी, लेकिन वह ऐसा करने में विफल रहे.
वहीं शादाब खान को पहले टेस्ट में खेलने का मौका मिला था और उनका प्रदर्शन भी काफी बेहतर रहा था. पहली पारी में उनके बल्ले से 45 रन आए थे, जबकि दूसरी पारी में 15 रन, जबकि मैच में उन्होंने मात्र 3.3 ओवर की गेंदबाजी में दो विकेट भी अपने नाम किए थे. पहली पारी में उन्होंने शान मसूद के साथ छठे विकेट के लिए शानादर 105 रन भी जोड़े थे.
साउथेम्प्टन में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में स्पिन को खासी मदद मिली थी और अंतिम टेस्ट भी इसी मैदान पर खेला जाएगा. बारिश और खराब मौसम के चलते ग्राउंड्समैन को नई पिच तैयार करने का मौका नहीं मिल सका और इसी विकेट पर निर्णायक टेस्ट भी खेला जाएगा. इसी कारण माइकल वॉन का ऐसा कहना है कि अंतिम मुकाबले में फवाद आलम की जगह शादाब को खेलने का अवसर मिलना चाहिए.
क्रिसबज से बात करते हुए पूर्व इंग्लिश कप्तान ने कहा, “मैं बस एक बदलाव करूंगा और शादाब खान को फवाद आलम की जगह लाऊंगा, सिर्फ इसलिए क्योंकि हमने पिछले मैच में कुछ स्पिन देखी थी. इसके अलावा, मुझे ऐसा लगता है कि समय की कमी के कारण तीसरे मैच में भी उसी पिच का इस्तेमाल किया जाएगा जिस पर दूसरा टेस्ट खेला गया था. ऐसे में पाकिस्तान एक अतिरिक्त स्पिनर के साथ मैदान पर उतरना चाहेगी, जो इंग्लिश परिस्थितियों में बल्लेबाजी भी कर सके.’’
21 वर्षीय शादाब खान ने अभी तक छह टेस्ट मैच खेले है और 33.33 की औसत के साथ 300 रन, जबकि 36.64 की औसत से 14 विकेट अपने नाम किए है. आखिरी टेस्ट मैच शुक्रवार, 21 अगस्त से खेला जाएगा और इंग्लैंड की टीम सीरीज में 1-0 से आगे चल रही है.
Written by: अखिल गुप्ता