टीम इंडिया पूर्व दिग्गज खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण का ऐसा मानना है कि ब्रिस्बेन टेस्ट में ऋषभ पंत द्वारा खेली गई उनके पूरे करियर को बदलने का काम कर सकती है. आप सभी कि जानकारी के लिए बता दे कि, ब्रिस्बेन में टीम के सामने 3328 रनों काविशाल लक्ष्य था, और पंत ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 89 रन बनाए थे.
पंत जब बल्लेबाजी के लिए आए, उस समय टीम इंडिया को मैच जीतने के लिए 161 रन ओर बनाने थे, ऐसे में युवा खिलाड़ी ने मात्र 118 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 89 रन बनाए. अपनी पारी में उन्होंने 9 चौके ओर एक छक्का भी जमाया.
ब्रिस्बेन से पहले सिडनी टेस्ट में भी ऋषभ पंत ने भारत के लिए मैच को बचाने में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 97 रनों का योगदान दिया था. वो ऋषभ ही थे, जिन्होंने टीम के अंदर सिडनी टेस्ट जीतने का जज्बा जगाया था, हालांकि उनके विकेट के बाद टीम मैच को ड्रॉ कराने में सफल रही थी.
23 वर्षीय युवा विकेटकीपर खिलाड़ी को एडिलेड टेस्ट में खेलने का अवसर नहीं मिला था और उनके स्थान पर रिद्धिमान साहा को टीम का हिस्सा बनाया गया था. हालांकि साहके पहले टेस्ट में फ्लॉप होने के बाद पंत को मौका दिया गया और उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. तीन टेस्ट मैचों में उनके बल्ले से 68.50 की औसत के साथ 274 रन देखने को मिले.
वीवीएस लक्ष्मण ने स्टार स्पोर्ट्स के क्रिकेट कनेक्टेड शो में ऋषभ पंत को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा, ”हम सबको पता था कि उनके अंदर मैच जिताने की क्षमता है और वो किसी भी शॉट को खेल सकते हैं. इसके अलावा उनके पास अच्छी गेंदों पर भी चौके-छक्के लगाने की क्षमता है, लेकिन गाबा टेस्ट मैच में उन्होंने दिखा दिया कि वो बेहद दबाव में भी खेल सकते हैं.”
उन्होंने आगे कहा, ”ऋषभ पंत ने चौथे टेस्ट मैच में जो पारी खेली उससे उनका पूरा करियर बदल सकता है. उन्हें बैटिंग में प्रमोट किया गया था और शायद कहा गया था कि जाकर ताबड़तोड़ बैटिंग करो. हालांकि उन्होंने बेहद मैच्योरिटी के साथ बैटिंग की और जल्दबाजी में नहीं दिखे.”
वाकई में पंत ने ऑस्ट्रेलिया में जो खेल दिखाया, उससे देखकर ये कहना गलत नहीं होगा कि वो सच में लंबी रेस के घोड़े हैं. साथ ही ऋषभ पंत ने ये भी दिखा दिया कि विदेशों में उनसे बढ़िया विकेटकीपर बल्लेबाज फ़िलहाल दूसरा नहीं हो सकता.
ऋषभ अब अगले महीने से इंग्लैंड कस खिलाफ्फ़ खेली जाने वाली घरेलू टेस्ट श्रृंखला में खेलते नजर आएंगे और फैंस को ये पूरी उम्मीद रहेगी कि जैसे खेल उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई मैदानों पर दिखाया, ठीक वैसे ही भारत में भी दिखाए.