पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज और उत्तर प्रदेश के होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान का रविवार, 16 अगस्त को 73 वर्ष की आयु में निधन हो गया. लगभग 4:30 बजे चेतन चौहान का निधन कार्डियक अरेस्ट के कारण हुआ. गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. बताते चलें, कि चेतन चौहान कोरोना वायरस से भी संक्रमित थे.
जुलाई के महीने में चेतन चौहान की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव सामने आई थी. 73 वर्षीय चेतन चौहान की एक दिन पहले ही तबीयत और बिगड़ गई थी. उनकी किडनी फेल हो गई थी. जिसके कारण उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था.
पूर्व दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज ने भारत के लिए कुल 40 टेस्ट मैच खेले और सात एकदिवसीय मैचों में भी टीम इंडिया का हिस्सा रहे. सन 1969 में न्यूजीलैंड के विरुद्ध मुंबई के ब्रेबॉर्न स्टेडियम में उन्होंने अपना पहला टेस्ट खेला था. अपने डेब्यू टेस्ट में उन्होंने क्रमश: 18 और 34 रन बनाए थे.
दिग्गज सुनील गावस्कर और उनकी जोड़ी ने टेस्ट क्रिकेट में बहुत धमाल मचाया. टेस्ट क्रिकेट में बतौर सलामी बल्लेबाज इस जोड़ी के नाम सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में नौवें पायदान पर आता है. दोनों ने 59 पारियों में 53.75 की बेहतरीन औसत के साथ 3010 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 10 बार शतकीय और इतनी बार अर्धशतकीय साझेदारी भी निभाई. इस जोड़ी का सबसे बढ़िया प्रदर्शन 213 रन का रहा.
213 की रिकॉर्ड साझेदारी गावस्कर और चेतन चौहान की जोड़ी ने सन 1979 में इंग्लैंड के खिलाफ ओवल के मैदान पर की थी. उस मैच में भारत को 438 रनों का लक्ष्य मिला था और सुनील गावस्कर ने 221, जबकि चेतन चौहान ने बढ़िया 80 रन बनाए थे.
पूर्व दाएं हाथ के खिलाड़ी ने अपना टेस्ट 1981 में कीवी टीम के विरुद्ध ऑकलैंड के मैदान पर खेला. अपने 40 टेस्ट मैचों में उन्होंने 31.57 की औसत के साथ 2084 रन बनाए. 68 पारियों में उनके बल्ले से 16 अर्धशतक भी निकले और उनका सबसे बढ़िया प्रदर्शन 97 रन का रहा. चेतन का नाम टेस्ट में बिना शतक के सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में शेन वार्न के बाद दूसरे स्थान पर आता है.
एकदिवसीय स्तर पर उनको सिर्फ सात ही मुकाबले खेलने का अवसर मिला और वह मात्र 153 रन ही बना सके. दिलचस्प बात यह है कि उनका विदेशी टेस्ट औसत उनके घरेलू औसत से अधिक था. 1981 में उनको देश के प्रतिष्ठित सम्मान अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानित किया गया.
घरेलू क्रिकेट में उन्होंने दिल्ली और महाराष्ट्र के लिए खेला. 179 फर्स्ट क्लास मैचों में उनके बल्ले से 40.22 की औसत के साथ 11143 रन आए. प्रथम श्रेणी क्रिकेट की 299 पारियों में उन्होंने 21 शतक भी जमाए.
चेतन चौहान ने दिल्ली और डिस्ट्रिक्ट्स क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया और 2008 में जब टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर यी थी उस समय वह टीम के मेनेजर भी थे.
Written by: अखिल गुप्ता
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