पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान इयान चैपल का मानना है कि भारत के सर्वश्रेष्ठ बेस्ट कॉम्बिनेशन में रविचंद्रन अश्विन को उनकी टेस्ट टीम में शामिल किया गया है. भारत ने अश्विन के विपास भरपूर अनुभव होने के बावजूद उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ पहले चार टेस्ट मैचों में प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया. जबकि अश्विन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ डब्ल्यूटीसी फाइनल में चार विकेट झटके थे.
ऑफ स्पिनर ने विदेशी परिस्थितियों में अपनी गेंदबाजी में काफी सुधार किया है और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 टेस्ट मैचों में 12 विकेट भी लिए थे. दूसरी ओर, रवींद्र जडेजा को उनकी बल्लेबाजी क्षमताओं के लिए सभी चार टेस्ट मैचों में खेला गया. हालांकि, जडेजा पहले 3 टेस्ट मैचों में गेंद से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके क्योंकि वह केवल दो विकेट ही ले सके.
इस बीच, अश्विन भी नीचे के क्रम में बल्लेबाजी करते हुए योगदान दे सकते हैं. टेस्ट सीरीज में अश्विन के बाहर होने की क्रिकेट विशेषज्ञों ने व्यापक आलोचना की थी. अनुभवी ऑफ स्पिनर को वर्तमान में ICC टेस्ट रैंकिंग में नंबर-2 रैंक पर रखा गया है और उनके पास बेशुमार अनुभव है. तमिलनाडु के इस ऑफ स्पिनर ने 79 टेस्ट मैचों में 413 विकेट झटके हैं.
इयान चैपल ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो के लिए अपने कॉलम में लिखा, “इसमें कोई संदेह नहीं कि भारत काफी अच्छी आलराउंड टीम है. आस्ट्रेलिया में लगातार दो श्रृंखला जीतकर और अब इंग्लैंड में सफलता हासिल करके उन्होंने इसे साबित किया है, कोविड के प्रभाव के बीच. इसके अलावा स्वदेश में वे अजेय नजर आते हैं. हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि वे सुधार नहीं कर सकते. लगातार बेहतर होने के तरीकों की खोज करके इस तरह अच्छी टीमें शीर्ष पर या उसके पास रहती हैं. हर्बी कॉलिन्स, एक चतुर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान 1920 के दशक में, चयन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू सही कॉम्बिनेशन ढूंढ़ना माना जाता था.”
“भारत के सर्वश्रेष्ठ संयोजन में आर अश्विन शामिल है. वह हर परिस्थितियों में अच्छा गेंदबाज है, जैसा कि उसने ऑस्ट्रेलिया में साबित किया इसलिए भारत को उसे अंतिम एकादश में जगह देने का तरीका ढूंढना चाहिए. द ओवल में मध्यक्रम में दायें और बायें हाथ के बल्लेबाजों के बीच सही संतुलन हासिल करने के प्रयास में शायद उन्हें अंजाने में हल मिल गया है- रविंद्र जडेजा को पांचवें नंबर पर खिलाना. अगर जडेजा इस स्थान के लिए स्वयं को उपयुक्त साबित करते हैं तो फिर उन्हें सिर्फ एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की जरूरत होगी. आदर्श खिलाड़ी पूर्ण रूप से फिट हार्दिक पंड्या होगा लेकिन शार्दुल ठाकुर के रूप में उनके पास दूसरा विकल्प भी है.”
अपने गहन विश्लेषण के लिए जाने जाने वाले पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान का मानना है कि भारत को रविचंद्रन अश्विन को शामिल करने के लिए अपने मध्यक्रम में बदलाव करना चाहिए. भारत का मध्यक्रम पिछले कुछ वर्षों में सुसंगत नहीं रहा है और अजिंक्य रहाणे फॉर्म के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
“अच्छे चयन की कला लगातार एक शीर्ष श्रेणी की टीम को बेहतर बनाने के तरीकों की तलाश में है. प्राथमिकता हमेशा अगला मैच जीतने की होती है, लेकिन इसे भविष्य पर एक नजर रखते हुए हासिल किया जाना चाहिए. अश्विन को जगह देने के लिए मध्यक्रम में बदलाव करने को चयनकर्ताओं को तरजीह देनी चाहिए. यह अन्य टेस्ट टीमों के लिए डरावना विचार है कि विराट कोहली की बेहद सफल टीम में सुधार हो सकता है.”
पांचवां टेस्ट मैच भारतीय खेमे में कोविड-19 के चलते रद्द कर दिया गया था. भारतीय खिलाड़ी अब आईपीएल के दूसरे चरण में एक्शन में नजर आएंगे.
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