भारत के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के बचपन के कोच आरएक्स मुरली का मानना है कि टेस्ट टीम से बाहर किए जाने के बाद खिलाड़ी ने खुद से सवाल करना शुरू कर दिया था. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट मैच के बाद अग्रवाल को टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया था.
कर्नाटक के दाएं हाथ के बल्लेबाज मयंक अग्रवाल को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों में मौके मिले थे, मगर वह डिलिवर नहीं कर सके और रोहित शर्मा भी स्क्वाड में लौट आए. जिसके चलते मयंक को तीसरे टेस्ट मैच में एमसीजी में अच्छी शुरुआत करने वाले रोहित शर्मा और शुभमन गिल की सलामी जोड़ी के साथ उतरने का फैसला किया.
अग्रवाल को इसके बाद गाबा टेस्ट मैच में एक और मौका मिला क्योंकि अनुभवी खिलाड़ी चोटिल थे, लेकिन वह अपनी शुरुआत को एक बड़े स्कोर में नहीं बदल सके.
अपने टेस्ट करियर की शानदार शुरुआत करने वाले अग्रवाल को घरेलू परिस्थितियों में इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैचों में अंतिम एकादश में नहीं चुना गया क्योंकि रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने टीम के लिए पारी का आगा किया.
इनसाइडस्पोर्ट से बात करते हुए मयंक के बचपन के कोच आरएक्स मुरली ने कहा, “यह सब मानसिकता पर निर्भर है. जब आप सफल नहीं हो रहे होते हो तो अपने दिमाग में अचानक शक पैदा करने लगते हो. यह आपको एकदम अलग राह पर ले जाता है और एक बार आपके दिमाग में कुछ आया तो सबकुछ नष्ट होने लगता है. यह आपको ऐसे मोड में ले आता है जब आप सभी चीजों पर संदेह करने लगते हैं. यही हाल मयंक का भी हुआ.”
“खिलाड़ी में काफी घबराहट होती है. खेल में सफलता से ज्यादा निराशा है. जब आपको फेल होने की चिंता हो और पता है कि जगह पाने के लिए कड़ी प्रतियोगिता है व आप प्रदर्शन करने में नाकाम रहे, आप टीम से बाहर हो गए, तो यह सब दिमाग में भरने लगता है. एक बार फेल होने पर निराशा में इजाफा होता है और यह बढ़ती ही जाती है कि आप प्रक्रिया में पूरी तरह खो न जाएं. ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद मयंक अग्रवाल ने मानसिक पहलु पर काम किया और फिर आईपीएल में चमके.”
दूसरी ओर, शुभमन गिल भी इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके क्योंकि उन्होंने चार मैचों में सिर्फ 119 रन बनाए. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए अनुभवी बल्लेबाज रोहित शर्मा के साथ भारत का दूसरा ओपनर कौन होगा.
इस बीच, मयंक अग्रवाल ने आईपीएल 2021 के स्थगित होने से पहले टूर्नामेंट में पंजाब किंग्स के लिए 7 मैचों में 260 रन बनाए. आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल मुकाबला 18 जून से साउथेम्प्टन के एजेस बाउल में शुरु होगा.