पाकिस्तान क्रिकेट टीम के हेड कोच और मुख्य चयनकर्ता मिस्बाह उल हक ने पीसीबी को यूनिस खान को पूर्णकालिक बल्लेबाजी कोच नियुक्त करने की सलाह दी है. मिस्बाह के अनुसार पूर्व पाकिस्तानी कप्तान यूनिस खान को पाकिस्तान का फुल टाइम बैटिंग कोच बना देना चाहिए. बताते चलें, कि पीसीबी ने मौजूदा इंग्लैंड दौरे के लिए 42 वर्षीय यूनिस खान को टीम का बल्लेबाज कोच नियुक्त किया था. बोर्ड के विश्वसनीय सूत्र के अनुसार मिस्बाह ने पीसीबी सीईओ वसीम खान से इस मुद्दे पर चर्चा की है.
यूनिस खान पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाजों में से एक. पूर्व खिलाड़ी ने अकेले अपने दम पर पाकिस्तान को कई अहम मुकाबले भी जीताए. इतना ही नहीं पाकिस्तान के लिए उनके नाम पर सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने का कीर्तिमान भी दर्ज है. साथ ही वह टीम के लिए टेस्ट फॉर्मेट में 10 हजार रनों का आंकड़ा छूने वाले भी पहले बल्लेबाज बने थे.
यूनिस खान ने अपने करियर का आगाज 2000 में किया था और 2017 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर पर पूर्ण विराम लगाया था. एक रोचक जानकारी के लिए बता दे कि, मिस्बाह उल हक और यूनिस खान ने एक साथ टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा था.
अब मिस्बाह उनको मुख्य रूप से पाकिस्तान क्रिकेट टीम के बल्लेबाजी कोच के रूप में देखना चाहते हैं. सूत्र ने कहा, ‘‘यूनिस को सिर्फ इंग्लैंड दौरे के लिए सीनियर टीम का बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया गया है, लेकिन इंग्लैंड में टीम के बल्लेबाजों के साथ काम करते हुए यूनिस खान की प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत से मिस्बाह काफी प्रभावित हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मिस्बाह ने वसीम खान को टीम के साथ यूनिस को लंबा अनुबंध देने पर विचार करने को कहा,है क्योंकि उनका मानना है कि इस पूर्व कप्तान का टीम के बल्लेबाजों पर सकारात्मक प्रभाव ही होगा.’’
यूनिस खान ने पाकिस्तान के लिए 118 टेस्ट मैच खेले और 52.06 की शानदार औसत के साथ 10099 रन बनाने में सफल हुए, जबकि 265 वनडे मैचों में उनके बल्ले से 31.25 की औसत के साथ 7249 रन देखने को मिले. टेस्ट में उनके नाम पर 34 और एकदिवसीय में सात शतक निकले.
इतना ही नहीं 25 टी-20I मैचों में यूनिस ने 121.43 के स्ट्राइक रेट के साथ 442 रन भी बनाए. पाकिस्तान ने जब साल 2009 में श्रीलंका को हराकर टी20 विश्व कप जीता था, उस समय यूनिस खान ही टीम के कप्तान थे.
हालांकि मौजूदा इंग्लैंड दौरे पर बतौर बल्लेबाज कोच यूनिस कुछ खास काम नहीं कर सके, क्योंकि पहले टेस्ट की पहली पारी में टीम 326 रन ही बना सकी, जबकि दूसरी पारी में अहम 107 रनों की बढ़त मिलने के बाद भी पूरी टीम सिर्फ 169 के स्कोर पर सिमट गई. दूसरे टेस्ट मैच में भी पाकिस्तान टीम के बल्लेबाजों ने खासा निराश किया और पूरी टीम पहली पारी के खेल में मात्र 236 रन ही बना सकी.
Written by: अखिल गुप्ता