भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच रवि शास्त्री ने खुलासा किया है कि आखिर क्यों रोहित शर्मा को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चयनित टीम में जगह नहीं मिली. शास्त्री ने कहा कि रोहित की मेडिकल रिपोर्ट चयनकर्ताओं ने देखी है और उन्होंने उसके बाद ही ये फैसला लिया कि रोहित आराम दिया जाए, क्योंकि हैमस्ट्रिंग की चोट से फिर से स्वस्थ होने में कुछ समय लगेगा.
बताते चलें कि, रोहित मांसपेशियों के खिंचाव (हैमस्ट्रिंग की चोट) के चलते पिछले चार मैचों में नहीं खेल सके हैं. किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ खेले गए मैच में रोहित के बाएं पैर की मांसपेशियों में खिंचाव आया था जिसके बाद राष्ट्रीय टीम की चयन समिति ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने वाली टीम में जगह नहीं दी है.
हालांकि रोहित की चोट को लेकर एक बड़ा विवाद तब उठा जब उनको मुंबई के लिए नेट्स पर अभ्यास करते देखा गया. उनको अभ्यास करते देखा कई लोगों ने ये सवाल खड़े किए कि जब रोहित बल्लेबाजी कर सकते है तो क्यों उनको ऑस्ट्रेलिया दौरे का हिस्सा नहीं बनाया गया.
वैसे आप सभी की जानकारी के लिए बता दे, कि रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में केएल राहुल को एकदिवसीय और टी-20 टीम का नया उपकप्तान बनाया गया है. ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए रोहित से बहुत ज्यादा उम्मीद लगाई जा रही थी, लेकिन उनके टीम में ना होने से फैंस को एक बड़ा झटका लगा.
एक टीवी चैनल से बात करते हुए रवि शास्त्री ने कहा, ‘’इसकी निगरानी बीसीसीआई की चिकित्सा टीम द्वारा की जा रही है. हम इसमें शामिल नहीं हैं. उन्होंने चयनकर्ताओं को एक रिपोर्ट सौंपी है और वे अपने काम को अच्छे से जानते है. इस मामले में मेरी कोई भूमिका नहीं है, ना ही मैं चयन प्रक्रिया का हिस्सा हूं. मैं यह जानता हूं कि उनकी मेडिकल रिपोर्ट में कहा गया है कि उन पर खुद को फिर से चोटिल करने का खतरा है.”
रोहित शर्मा का ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम में शामिल ना होना वाकई में एक बड़ा झटका है. ये बात किसी से नहीं छिपी है कि ऑस्ट्रेलिया के मैदानों पर रोहित शर्मा का रिकॉर्ड बेहद ही शानदार रहा है. पिछले साल उनको टेस्ट में बतौर ओपनर हाथ आजमाने का मौका दिया गया था, जिसका उन्होंने पूरा फायदा उठाते हुए रनों की जमकर बारिश की थी.
बताते चलें कि साल की शुरुआत में न्यूजीलैंड के खिलाफ भी वह चोटिल होने के चलते बीच दौरे से ही बाहर हो गये थे. ख़ैर आपको बता दे, कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया तीन वनडे और तीन ट्वेंटी-20 मैचों की सीरीज के साथ साथ चार टेस्ट मैचों की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी भी खेलती नजर आएगी.