इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने भारतीय कप्तान विराट कोहली की प्रशंसा की है, जिन्हें टेस्ट क्रिकेट में काफी अहमियत देने के लिए जाना जाता है. कोहली ने हमेशा टेस्ट क्रिकेट की बहुत तारीफ की है और उन्होंने हमेशा रेड बॉल क्रिकेट को सर्वोपरि रखा है. भारतीय कप्तान बहुत जोश के साथ खेलते हैं और जिस तरह से वह टेस्ट क्रिकेट में उत्साह दिखाते हैं वह तारीफ के काबिल है.
कोहली मैदान पर 100% से अधिक देने के लिए जाने जाते हैं और जब वह मैदान में होते हैं तो अपना सब कुछ दे देते हैं. भारतीय कप्तान टेस्ट क्रिकेट के बड़े पैमाने पर प्रमोटर रहे हैं, जो खेल के सबसे पुराने प्रारूप के लिए एक अच्छा संकेत है.
पीटरसन ने कहा कि कोहली के हीरो सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ हैं और वह उनके नक्शेकदम पर चलने की कोशिश करते हैं.
पीटरसन ने लिखा, “विराट कोहली को जितना मैं जानता हूं, मुझे पता है कि अपने नायकों का अनुसरण करने के लिए उसने कितनी मेहनत की है. उसके नायक सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और टेस्ट क्रिकेट के बाकी लीजेंड हैं. आप उनके उत्साह, तीव्रता और जिस तरह से वह अपने खिलाड़ियों को तैयार करते हैं, उससे आप देख सकते हैं. टेस्ट क्रिकेट अभी भी उनके लिए सब कुछ है.”
“कोहली को पता है कि खेल का लीजैंड बनने के लिए उसे टी20 के साथ टेस्ट क्रिकेट में भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा. यही वजह है कि वह इस प्रारूप को इतनी अहमियत देता है. वह भी ऐसे समय में जब टेस्ट क्रिकेट को इसकी सख्त जरूरत है. एक वैश्विक सुपरस्टार क्रिकेटर का टेस्ट क्रिकेट के लिये यह जुनून देखकर अच्छा लगता है.”
उन्होंने कहा, “वह चाहते हैं कि उनकी टीम हर हालात में अच्छा प्रदर्शन करे. पहले ऑस्ट्रेलिया में और अब इंग्लैंड में टीम को जीतते देखकर उसे अपार संतोष हुआ होगा. उसका जोश, उसका जुनून और टीम के प्रति समर्पण दिखाई देता है. टेस्ट क्रिकेट अभी भी उनके लिए सब कुछ है और इस तरह के पल उसके केरियर को परिभाषित करेंगे.”
इस बीच, पीटरसन ने कहा कि उपमहाद्वीप की टीम के लिए इंग्लिश कंडीशंस में सफलता का स्वाद चखना आसान नहीं है. मोहम्मद सिराज ने लॉर्ड्स में टेस्ट मैच के अंतिम दिन बहुत तेज और तीव्रता के साथ गेंदबाजी की और चार विकेट झटके जिससे भारत ने 151 रनों के बड़े अंतर से जीत हासिल की.
पीटरसन ने निष्कर्ष निकाला, “उपमहाद्वीपीय टीमों के लिए इंग्लैंड आना और प्रदर्शन करना बहुत मुश्किल है, लेकिन अगर ट्रेंट ब्रिज में बारिश नहीं होती तो वे दो मैचों के बाद 2-0 से आगे हो जाते. मोहम्मद सिराज ने पांचवें दिन जिस तरह से गेंदबाजी की, वह तीव्रता और क्वालिटी में बयां करता है. टेस्ट क्रिकेट के लिए यह आश्चर्यजनक है कि भारत जो इस खेल में नंबर एक ब्रांड है, वह इतना मुखर और तना भावुक है. यह सब प्रारूप के लिए अच्छा है.”
दूसरी ओर, विराट कोहली बल्ले से अच्छे फॉर्म में नहीं हैं और वह इंग्लैंड के खिलाफ आगामी तीन टेस्ट मैचों में अपनी लय हासिल करने की कोशिश करेंगे.