शनिवार, 15 अगस्त को टीम इंडिया के स्टाइलिश बल्लेबाज सुरेश रैना ने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के तुरंत बाद ही अंतरराष्ट्रीय स्तर से अपने संन्यास का ऐलान कर दिया. धोनी के संन्यास के लिए तो फैन्स तैयार थे, लेकिन किसी ने भी रैना ने रिटायरमेंट की कल्पना नहीं की थी. सुरेश रैना ने मात्र 33 साल की उम्र में संन्यास लिया और संन्यास के समय पर काफी फिट थे और टीम इंडिया में उनकी वापसी भी संभव थी.
अब आखिकार रैना ने धोनी के पीछे पीछे लिए अपने संन्यास की असली वजह बताई है. “हमने शनिवार (15 अगस्त) को रिटायर होने का मन बना लिया था. धोनी की जर्सी की संख्या 7 है और मेरा 3 है – इसे एक साथ रखें और यह 73 बनाता है. और 15 अगस्त को, भारत ने स्वतंत्रता के 73 साल पूरे किए, इसलिए बेहतर दिन नहीं हो सकता था, “ रैना ने दैनिक जागरण को बताया.
15 अगस्त को भारत ने अपनी आजादी के 73 वर्ष पूरे किए थे और इस जोड़ी ने इस खास दिन को अपने संन्यास के लिए चुना और 15 अगस्त को और ज्यादा महत्वपूर्ण बना दिया. यह बात सभी जानते है कि धोनी का फेवरेट नंबर 7 रहा है और उनका जर्सी नंबर भी 7 रहा और रैना का नंबर 3. इसलिए, रैना ने सोचा कि यह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का एक सही तरीका होगा
सुरेश रैना ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का अधिकांश भाग महेंद्र सिंह धोनी के कार्यकाल में ही खेला. आईपीएल में भी दोनों खिलाड़ी शुरू से ही चेन्नई सुपर किंग्स के साथ जुड़े हुए है और दोनों को एक दूसरे के साथ खेलना भी बड़ा पसंद आता हैं.
सुरेश रैना ने हाल में ही अपने एक बयान में कहा था कि वह चयनकर्ताओं से खुश नहीं थे, क्योंकि उनको टीम से ड्रॉप करने के बाद किसी ने भी उनसे कोई बात नहीं की. साथ ही उनका यह भी मानना था कि जिन भारतीय खिलाड़ियों के पास बोर्ड का सालाना करार नहीं, उनको विदेशी टी20 लीग में खेलने की अनुमति दी जानी चाहिए.
सुरेश रैना और एमएस धोनी ने आगामी आईपीएल के लिए चेन्नई के एम. चिंदबरम क्रिकेट स्टेडियम में ट्रेनिंग शुरू कर दी है और माना जा रहा है कि 20 अगस्त को चेन्नई की टीम यूएई के लिए उड़ान भरेगी. धोनी और रैना का टीम इंडिया में बहुत मूल्यवान योगदान रहा. अब दोनों नीली जर्सी में तो नहीं लेकिन आईपीएल में जरुर चौके और छक्कों की बारिश करते नजर आएंगे.
Written by: अखिल गुप्ता