भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भविष्यवाणी की है कि विराट कोहली की टीम वो दोहरा सकती है, जो अजीत वाडेकर की टीम ने 1971 में किया था. 24 अगस्त को भारत ने इंग्लैंड में यादगार सीरीज जीत के 50 साल पूरे किए. यह भारत की पहली विदेशी टेस्ट मैच में मिली जीत और साथ ही टेस्ट सीरीज में मिली जीत थी.
अजीत वाडेकर की अगुवाई वाली टीम ने ओवल में अंतिम टेस्ट मैच चार विकेट से जीतकर इतिहास रचा था. वर्तमान में भारत इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से आगे चल रहा है क्योंकि उसने लॉर्ड्स में दूसरा टेस्ट मैच 151 रनों के बड़े अंतर से जीता था.
दूसरी ओर, गावस्कर ने पहले भविष्यवाणी की थी कि भारत टेस्ट सीरीज 4-0 या 3-1 से जीतेगा क्योंकि इंग्लैंड दो-ढ़ाई प्लेयर्स की टीम है और जो रूट व जेम्स एंडरसन के कंधों पर अत्यधिक निर्भर हैं.
गावस्कर ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम वीडियो में कहा, “तो अब इस बार भी, ओवल में, भारत उसी तरह सीरीज जीतेगा जैसे हमने 1971 में जीती थी. इसके लिए आश्वस्त रहें. यह टीम 1971 वाले इतिहास को दोहराएगी, जो अजीत वाडेकर की टीम ने रचा था.”
“50 साल पहले, 24 अगस्त को, भारत ने पहली बार इंग्लैंड में एक टेस्ट मैच जीता और इसके साथ टेस्ट सीरीज़ भी अपने नाम की थी. क्या दिन था … यह वास्तव में कभी ना भूल पाने वाला दिन था. ओवल में क्राउड कुछ इसी तरह की थी, जैसे 1983 में थी. बेशक, 1983 बहुत बड़ा था क्योंकि लॉर्ड्स का पूरा क्रिकेट मैदान भारतीय समर्थकों द्वारा लिया गया था. लेकिन यह वास्तव में अविस्मरणीय था (भारत की पहली टेस्ट जीत), वास्तव में यादगार.”
इस बीच, गावस्कर ने 1971 की जीत के नायकों को याद किया, जिन्होंने टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी. लिटिल मास्टर ने कहा कि भगवत चंद्रशेखर ने टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई क्योंकि वह 6-38 के आंकड़े के साथ गेंदबाजी की थी और इस तरह इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में 101 रन पर सिमत गई थी.
“अजीत वाडेकर ने शानदार तरीके से टीम का नेतृत्व किया और फारुख इंजीनियर, गुंडप्पा विश्वनाथ, दिलीप सरदेसाई ने जबरदस्त बल्लेबाजी की. लेकिन सबसे ऊपर, बीएस चंद्रशेखर की गेंदबाजी रही, जिन्होंने 38 रन देकर 6 विकेट लिए, जिसने इंग्लैंड को दूसरी पारी में केवल 101 रन पर आउट कर दिया और भारत के जीतने का मार्ग प्रशस्त किया.”