भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेल चुके मनोज तिवारी ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की जमकर तारीफ की है. मनोज के अनसुर जब टीम इंडिया ने साल 2011 में एकदिवसीय विश्व कप जीता था, उस समय टीम में अधिकांश खिलाड़ी सौरव गांगुली की ही देन थे.
2011 का वनडे विश्व कप में भारतीय टीम ने महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में बहुत ही उम्दा खेल दिखाया था और फाइनल में श्रीलंका को छह विकेट से मात दी थी. पूरे टूर्नामेंट में भारत सिर्फ दक्षिण अफ्रीका के हाथों हारा था, जबकि इंग्लैंड के साथ टीम का मुकाबला टाई रहा था. टीम ने क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया और सेमीफाइनल में पाकिस्तान को धूल चटाई थी.
भारत को विश्व कप जीताने में गौतम गंभीर, युवराज सिंह, वीरेंद्र सहवाग, जहीर खान, कप्तान एमएस धोनी और हरभजन सिंह जैसे दिग्गज खिलाड़ियों ने अहम भूमिका निभाई थी. वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के ज्यादातर खिलाड़ियों ने सौरव गांगुली की कप्तानी में ही डेब्यू किया था और गांगुली हमेशा से ही टैलेंट को मौका देने के लिए जाने जाते थे.
सौरव गांगुली ने अपनी कप्तानी में युवराज, सहवाग, नेहरा, धोनी, जहीर और हरभजन जैसे खिलाड़ियों को बड़े मंच पर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया और बड़ा खिलाड़ी बनाया. युवराज सिंह विश्व कप 2011 में ‘मैन ऑफ द टूर्नामेंट’ बने थे. युवी ने 9 मैचों में 375 रनों बनाने के साथ साथ 15 विकेट झटके थे. वहीं जहीर खान सबसे ज्यादा 21 विकेट लेने में सफल रहे थे. सहवाग, नेहरा, हरभजन ने भी दमदार खेल दिखाया था, जबकि गंभीर ने फाइनल में 97 और कप्तान धोनी ने नाबाद ऐतिहासिक 91 रन बनाये थे.
मनोज तिवारी के कहा कि 2011 में जब एम एस धोनी की अगुवाई में भारत ने वर्ल्ड कप का खिताब जीता था तो उस टीम में भी कई ऐसे खिलाड़ी थे जो सौरव गांगुली की ही कप्तानी में आगे बढ़े थे और वहीं से निकलकर सामने आए थे. तिवारी ने ये भी कहा कि 2011 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम में कई ऐसे प्रमुख खिलाड़ी थे जिनको ग्रूम करने में सौरव गांगुली का बहुत बड़ा हाथ था.
मनोज ने कहा, ”2011 वर्ल्ड कप विनिंग टीम को बनाने में सौरव गांगुली का काफी बड़ा हाथ था. अगर आप ध्यान से देखें तो जिन भी खिलाड़ियों ने 2011 वर्ल्ड कप में जबरदस्त प्रदर्शन किया था उन सबने अपने करियर की शुरुआत सौरव गांगुली की ही कप्तानी में की थी.”
उन्होंने आगे कहा, ”गांगुली ने युवा खिलाड़ियों को काफी आत्मविश्वास और सिक्योरिटी दी. सहवाग, युवराज, आशीष नेहरा, हरभजन सिंह, गौतम गंभीर जैसे खिलाड़ियों को सौरव गांगुली ने आगे बढ़ाया. वो सारा अनुभव एमएस धोनी की बेहतरीन कप्तानी में 2011 वर्ल्ड कप में हमारे काम आया.”
सौरव गांगुली ने 2003 के विश्व कप में भारतीय टीम की कमान संभाली थी और टीम ने भी विश्व कप के फाइनल तक का सफर तय किया था.
Written By: अखिल गुप्ता