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3 खिलाड़ी जो टेस्ट मैचों में भारत की सलामी जोड़ी की परेशानी को हल कर सकते हैं

भारतीय चयनकर्ताओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि रोहित शर्मा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में मयंक अग्रवाल के साथ ओपनिंग करने जा रहे रहे हैं। यह कदम केएल राहुल की खबर के बाद किया गया है और उन्होंने भारत के वेस्टइंडीज दौरे के दौरान भी इस प्रारूप में अपनी ख़राब फॉर्म जारी रखी। और पृथ्वी शॉ की डोपिंग प्रतिबंध के चलते इस साल के अंत बाहर रहने तक, चयनकर्ता और टीम प्रबंधन रोहित को अपने टेस्ट क्रिकेट टीम में व्हाइट बॉल के फॉर्म को जारी रखने की उम्मीद कर रहे हैं । हालांकि यह समझ में आता है कि वे रोहित के कैलिबर पर अपना विश्वास क्यों बना रहे हैं, लेकिन संभवत: कुछ और भी खिलाड़ी हैं जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में जिस तरह से प्रदर्शन किया है, वे रोहित के आगे एक कॉल-अप के हकदार थे, आइए उन पर एक नजर डालते हैं।

प्रियांक पांचाल: गुजरात के 29 वर्षीय बल्लेबाज ने हाल ही में तब सुर्खियां बटोरीं, जब उन्होंने भारत ए और दक्षिण अफ्रीका ए के बीच दूसरे अनौपचारिक टेस्ट मैच, जो ड्रा में समाप्त हो गया, में शतक ठोक डाला। वह वर्षों से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में रन बनाने वाले एक शानदार बल्लेबाज रहे हैं और 47.37 की औसत से 6301 रन का टैली उस तथ्य का प्रमाण है। इन रन में पचास-प्लस के 45 स्कोर शामिल हैं, जिनमें से 22 शतक हैं। इसके अलावा, उनके पास 314 (नाबाद) का सर्वश्रेष्ठ स्कोर है और यह एक सलामी बल्लेबाज के रूप में उनके स्वभाव और टेम्परामेंट के बारे में बताता है।

अभिमन्यु ईश्वरन : 23 वर्षीय को हाल ही में 2018/19 रणजी सत्र में बल्ले के साथ कुछ शानदार प्रदर्शनों के आधार पर बंगाल के कप्तान के रूप में नियुक्त किया गया था। ईश्वरन ने सीजन के दौरान 95.65 की शानदार औसत से 861 रन बनाए। इसके अलावा, पिछले चार रणजी सत्रों के दौरान उनका औसत 40 से नीचे कभी नहीं गिरा। 48.91 की औसत से 4109 रन की उनकी पहली प्रथम श्रेणी की टैली पर एक नजर डालने से पता चलता है कि वह कितने अच्छे बल्लेबाज हैं। और इन रनों में 13 शतक और 17 अर्द्धशतक भी शामिल हैं।

जलज सक्सेना: 37.68 के कुल प्रथम श्रेणी करियर का औसत शायद एक सलामी बल्लेबाज के लिए प्रभावशाली नहीं होगा, लेकिन जलज हमेशा शीर्ष क्रम के बल्लेबाज नहीं थे। उन्होंने 2016 में केरल में अपने स्विच के बाद से नियमित रूप से खेलना शुरू कर दिया था और तब से एक बल्लेबाज के रूप में उभर कर सामने आये हैं। उन्होंने केरल से खेलते हुए पिछले दो रणजी सत्रों में 44.70 की शानदार औसत से 1000 से अधिक रन बनाए हैं। इन रनों में तीन शतक और पांच अर्द्धशतक भी शामिल हैं। इसके अलावा, जलज सिर्फ बल्लेबाजी में ही प्रभावी नहीं हैं, बल्कि उनके पास 28.12 की औसत से 300 से अधिक प्रथम श्रेणी के विकेट भी हैं और इस प्रकार, यह बताता है कि भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट टीम के लिए वह कितने उपयोगी साबित हो सकते हैं ।


लेखक: प्रसेनजित डे

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