भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑल राउंडर रवीन्द्र जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी को लेकर एक दिलचस्प खुलासा किया है. जडेजा ने कहा कि एडिलेड में मिली बड़ी हार के बाद टीम ने चार टेस्ट मैचों की सीरीज को तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला के हिसाब से खेला. आप सभी की जानकारी के लिए बता दे कि, ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच पहला मुकाबला एडिलेड में खेला गया था, जहां विराट कोहली की अगुवाई में टीम दूसरी पारी में मात्र 36 के स्कोर पर सिमट गई थी.
इस हार के बाद विराट पैतृक अवकास भारत वापस लौट आए थे और अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में टीम ने कमाल का खेल दिखाते हुए ना सिर्फ सीरीज में जबरदस्त वापसी की, बल्कि 2-1 से श्रृंखला जीतकर इतिहास भी रच दिया. पहले टीम ने मेलबर्न टेस्ट आठ विकेट से जीता, उसके बाद सिडनी टेस्ट को ड्रॉ कराया, फिर ब्रिस्बेन जीत पूरी दुनिया को दिखा दिया कि ये टीम विराट, इशांत और शमी के बीना भी जीत सकती है.
रवीन्द्र जडेजा ने भी सीरीज में बहुत उम्दा खेल दिखाया. दो टेस्ट मैचों में उन्होंने सात विकेट लेने के साथ 85 रन भी बनाए. सिडनी में जडेजा मिशेल स्टार्क की एक गेंद पर अपना अंगूठाफ्रैक्चर करा बैठे थे, जिसके चलते ब्रिस्बेन टेस्ट नहीं खेल सके और उनको सीरीज से बाहर होना पड़ा.
रवींद्र जडेजा ने स्पोर्ट्स टुडे के साथ बातचीत करते हुए बताया, ‘’हम इस सीरीज को 3 मैचों की टेस्ट सीरीज के तौर पर देखने का फैसला कर लिया था.
पहले टेस्ट को भूल जाओ, यह हमारे लिए तीन मैच की टेस्ट सीरीज है. हमने फैसला किया था कि हम पॉजिटिव एनर्जी लाएंगे मैदान पर और बात करके एक दूसरे का हौसला लगातार बढ़ाते रहेंगे, एडिलेड टेस्ट के बारे में ना सोचेंगे ना बात करेंगे. मैंने खुद यह फैसला किया था कि मैं ऑस्ट्रेलिया में बैटिंग की प्रैक्टिस करूंगा. मेरा माइंडसेट पॉजिटिव था कि मुझे जब भी मौका मिलेगा मैं टीम के लिए अपना योगदान दूंगा. ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना काफी मुश्किल था, उनका बॉलिंग अटैक काफी मजबूत है. यह बातचीत हुई थी टीम मीटिंग के अंदर.’’
बता दे कि, इंग्लैंड के खिलाफ खेली जाने वाली चार टेस्ट मैचों की आगामी घरेलू सीरीज से भी जडेजा बाहर हो चुके हैं और उम्मीद है कि उनको इंग्लैंड के विरुद्ध टी-20 सीरीज में वापसी करते देखा जाएगा. फिलहाल जडेजा बैंगलोर में स्थित नेशनल क्रिकेट अकादमी में अपनी फिटनेस पर काम कर रहे हैं.
रवीन्द्र जडेजा मौजूदा समय में टीम के सबसे अहम खिलाड़ियों में से एक है और उनका जल्द से फिट होकर टीम में लौटना बहुत मायना भी रखता है.