ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा का ऐसा मानना है कि मेजबान ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में बल्लेबाजी के दौरान बहुत ही रक्षात्मक खेल दिखाया है और रन बनाने के इरादे से टीम नजर नहीं आई है. मैक्ग्रा ने कहा कि टीम ने दो रन प्रति ओवर से भी कम के हिसाब से रन बनाए हैं.
यह बात सभी जानते है कि ऑस्ट्रेलिया टीम हमेशा अपनी सरजमीं पर आक्रामकता के साथ बल्लेबाजी करने के लिए जानी जाती है, लेकिन मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अभी तक ऐसा देखने को नहीं मिला. पेन एंड कंपनी ने 2.69 की इकॉनमी रेट के साथ मेलबर्न टेस्ट की पहली पारी रन बनाए थे, जबकि दूसरी पारी में उन्होंने दो से भी कम की इकॉनमी के साथ रन बनाए.
एडिलेड और मेलबर्न में खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलिया टीम के बल्लेबाज टीम इंडिया के सामने संघर्ष करते दिखाई पड़े है. भारतीय टीम ने अभी तक अपनी योजनाओं के अनुरूप गेंदबाजी की और उसमें सफलता भी हासिल की है.
हालांकि आप सभी की जानकारी के लिए बता दे, कि तीसरे टेस्ट मैच में टीम के स्टार सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर टीम के लिए अंतिम एकादश में खेलते नजर आएंगे. मैक्ग्रा को लगता है कि वार्नर को टीम में शामिल करना मेजबानों के लिए एक बड़ी चुनौती होगी.
एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मैक्ग्रा ने अपने बयान में कहा, ‘’ यह देखना दिलचस्प होगा कि डेविड वार्नर हमेशा की तरह खेलने के लिए पूरी फिटनेस में हैं. जब वह बल्लेबाजी करने जाते हैं, तो वह रन बनाना चाहते हैं, वह बंधे नहीं रहना चाहते हैं. यह देखना काफी असामान्य है. ऑस्ट्रेलिया प्रति ओवर 2 रन से कम पर जाता है मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम का सबसे बड़ा मुद्दा रहा है.’’
उन्होंने आगे कहा, ‘’वे सक्रिय नहीं रहे हैं. उन्होंने रन बनाने का इरादा नहीं दिखाया. इसलिए उन्हें उस मानसिकता को बदलने की जरूरत है और शायद डेविड वार्नर जैसा कोई वापस आकर उन्हें ऐसा करने देगा.”
ऐसा माना जा रहा है कि सिडनी टेस्ट मैच में वार्नर के साथ युवा खिलाड़ी विल पुकोवस्की का पारी की शुरुआत करते देखा जा सकता है. बता दे, कि इस सीरीज में पहली बार वार्नर और पुकोवस्की की जोड़ी की साथ आगाज करेगी. वहीं पहले दो टेस्ट में ओपनिंग करने वाले मैथ्यू वेड को मध्यक्रम में बल्लेबाजी के भेजा जा सकता है, जबकि ट्रेविम हेड खराब फॉर्म में होने के कारण टीम से ड्रॉप हो सकते हैं.