ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में भारतीय क्रिकेट टीम ने 2-1 से हराकर ट्रॉफी को रिटेन करने में कामयाबी हासिल की है. सीरीज के आखिरी व फाइनल गाबा टेस्ट में मिली भारतीय टीम की जीत से ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग हैरान हैं. उन्हें समझ ही नहीं आ रहा है कि भारत की ‘टीम ए’ ने कैसे सीरीज जीत ली.
टेस्ट सीरीज में भारत के बेहतरीन प्रदर्शन की एक ओर पूरा क्रिकेट जगत सराहना कर रहा है, तो वहीं दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इसपर हैरानी जता रहे हैं. बात कुछ ऐसी है कि ये भारत की मुख्य टीम तो थी, लेकिन इस टीम में बड़े-बड़े नाम शामिल नहीं थे.
विराट कोहली, इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव, रविंद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन जैसे बड़े खिलाड़ी गाबा टेस्ट , बल्कि कुछ तो इस सीरीज का ही हिस्सा नहीं थे, इसके बावजूद भारत के युवा खिलाड़ियों से सजी भारतीय टीम ने जिस तरह ऑस्ट्रेलिया को उनके घर में हराया है, वह इस जीत को और रोमांचक बनाता है.
रिकी पोंन्टिंग ने क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू से कहा, ‘मैं स्तब्ध हूं कि ऑस्ट्रेलिया यह सीरीज नहीं जीत सकी. यह तो भारत की ए टीम थी और फिर भी इसने मैच जीत लिया. भारतीय टीम पिछले पांच या छह सप्ताह में जिन हालात से गुजरी है. कप्तान स्वदेश लौट गया और खिलाड़ियों की चोटों के बीच वे पूरी मजबूत टीम नहीं उतार सके. ऑस्ट्रेलिया ने तो पूरी मजबूत टीम के साथ खेला था, बस शुरुआत में डेविड वॉर्नर नहीं खेल सके थे.”
“यह भारत की दूसरी चुनी हुई टीम भी नहीं थी क्योंकि इसमें भुवनेश्वर कुमार या ईशांत शर्मा भी नहीं थे. रोहित शर्मा भी आखिरी दो टेस्ट खेले. उन्होंने शानदार क्रिकेट खेला. टेस्ट मैच के सभी निर्णायक मौकों को भुनाया जो ऑस्ट्रेलिया नहीं कर सकी. दोनों टीमों में यही फर्क था. भारत इस जीत का हकदार था.”
इस टेस्ट सीरीज की शुरुआत एडिलेट टेस्ट मैच से हुई थी, जहां भारतीय टीम 36 पर ऑलआउट हो गई थी. जिसके बाद शायद ही किसी ने इस सीरीज के ऐसे शानदार अंत के बारे में सोचा हो.
कप्तान विराट कोहली पहली संतान के जन्म के लिए पत्नी के पास भारत लौट गए. भारतीय खिलाड़ी लगातार एक के बाद एक चोटिल होते रहे. इस सीरीज में भारत के 5 युवा खिलाड़ियों ने डेब्यू किया. शुभमन गिल, मोहम्मद सिराज, नवदीप सैनी, टी नटराजन व वॉशिंगटन सुंदर.
सभी डेब्यूडेंट खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से काबिलियत को सिद्ध किया. भारत ने ऑस्ट्रेलिया को लगातार दूसरी बार बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में हार का स्वाद चखाया है. पिछली जीत यकीनन ऐतिहासिक थी क्योंकि भारत ने पहली बार 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में टेस्ट सीरीज में हराया था.
मगर इस जीत का रोमांच अलग ही स्तर का था, क्योंकि युवा खिलाड़ियों से बनी इस टीम का जीतना सभी को असंभव लगा था.