ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर-गावस्कर सीरीज हराकर लौटी भारतीय क्रिकेट टीम की चारों तरफ सराहना हो रही है. मैच विजेता खिलाड़ियों के साथ-साथ राहुल द्रविड़ को भी धन्यवाद कहा जा रहा है. इस बीच कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे ने का भी मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के साथ टेस्ट सीरीज को जीतने के लिए राहुल द्रविड़ को भी श्रेय देना चाहिए.
भारत के पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने क्रिकेट से संन्यास ले चुके हो, मगर आज भी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मिली टीम इंडिया की जीत में उनका बड़ा योगदान रहा है. बात कुछ यूं है कि द्रविड़ अंडर -19 और इंडिया ए कोच थे और वह युवा खिलाड़ियों को सही गाइडेंस देते थे. द्रविड़ राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के प्रमुख हैं और युवा खिलाड़ियों को आत्मविश्वास में विकसित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है.
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया की सफलता में शुभमन गिल, वॉशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद सिराज और टी नटराजन जैसे खिलाड़ियों का अहम योगदान था. इसमें कोई संदेह नहीं है कि द्रविड़ ने अंडर-19 और भारत ए स्तर पर इन खिलाड़ियों की मदद करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई.
इंडियन एक्सप्रेस के साथ खास बातचीत में अजिंक्य रहाणे ने बताया कि भारत की टेस्ट सीरीज जीत का श्रेय राहुल द्रविड़ को भी मिलना चाहिए. उन्होंने कहा “मेरे हिसाब से राहुल भाई का रोल काफी अहम था. हम लॉकडाउन से पहले एनसीए में जाते थे और अगर उनके जैसा इंसान वहां पर है तो आप हर रोज काफी कुछ सीखते हैं.”
अजिंक्य रहाणे ने नवदीप सैनी, मोहम्मद सिराज व मयंक अग्रवाल को बेहतरन बनाने का श्रेय भी राहुल द्रविड़ को दिया.
उन्होंने कहा “राहुल भाई ने काफी बड़ा योगदान दिया। वो अंडर-19 टीम के कोच थे और उसके बाद इंडिया ए की भी कोचिंग की. अब वो नेशनल क्रिकेट एकेडमी में हैं. इस सिस्टम की वजह से सिराज, सैनी को काफी फायदा हुआ. शुभमन गिल और मयंक अग्रवाल को भी इसका लाभ मिला. इंटरनेशनल क्रिकेट की शुरुआत से पहले इन प्लेयर्स ने इंडिया ए के काफी टूर किए और डोमेस्टिक लेवल पर काफी रन बनाए।”
अजिंक्य रहाणे भी राहुल द्रविड़ की तरह शांत व सरल स्वभाव के हैं. आगे रहाणे ने खुलासा किया कि सिडनी टेस्ट के ऐतिहासिक ड्रॉ और गाबा टेस्ट में मिली ऐतिहासिक जीत के बाद पूर्व कप्तान ने उन्हें मैसेज कर बधाई दी थी.
“हम फोन पर बात करते हैं, एक-दूसरे को मैसेज करते हैं. उन्होंने मेलबर्न मैच के बाद और ब्रिस्बेन मैच के तुरंत बाद मुझे यह कहते हुए मैसेज किया कि वह टीम के लिए कितने गौरवान्वित हैं.”
भारत अब घरेलू परिस्थितियों में चार मैचों की टेस्ट सीरीज 5 फरवरी से खेलनी है.