ऑस्ट्रेलिया – भारत के बीच खेली जा रही चार मैचों की टेस्ट सीरीज अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है. गाबा, ब्रिस्बेन टेस्ट मैच में टीम इंडिया के तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने लंबे अंतराल के बाद वापसी की और ये मैच उनके लिए बेहतरीन साबित हुआ. इस मैच में शार्दुल ने एक भारतीय गेंदबाज के रूप में बड़ा कारनामा करने वाले दूसरे गेंदबाज बन गए हैं.
तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने 2018 में भारत के लिए अपना टेस्ट डेब्यू किया था. लेकिन उसके बाद से इस तेज गेंदबाज को भारत के लिए टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं मिला. मगर सिडनी टेस्ट मैच में एक साथ भारत के कई खिलाड़ियों के चोटिल होने के बाद आखिरकार शार्दुल ठाकुर का इंतजार खत्म हुआ और उन्हें भारत के लिए दूसरा टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला.
गाबा टेस्ट मैच की पहली पारी में शार्दुल ने 24 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें 3.9 की इकोनॉमी रेट के साथ वह 3 विकेट निकालने में कामयाब रहे. मगर दूसरी पारी में शार्दुल ने कमाल की गेंदबाजी की और 19 ओवर में 3.2 की इकोनॉमी से 4 विकेट हासिल किए. इस प्रकार, ठाकुर ने मैच का अंत 7-155 के आंकड़े के साथ किया, जो कि गाबा में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए एक भारतीय गेंदबाज द्वारा दूसरा सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़ा है.
पिछले 50 सालों में गाबा में किसी भारतीय गेंदबाज द्वारा ये सर्वश्रेष्ठ आंकड़े हैं. इस लिस्ट में शार्दुल से ऊपर पहले स्थान पर भारत के पूर्व स्पिनर इरापल्ली प्रसन्ना हैं, जिन्होंने गाबा में एक भारतीय गेंदबाज द्वारा सर्वश्रेष्ठ मैच के आंकड़े का रिकॉर्ड बनाया.
उन्होंने जनवरी 1968 टेस्ट में ये रिकॉर्ड अपने नाम पर दर्ज कराया था, जिसमें उन्होंने 218 रन देकर 8 विकेट चटकाए थे. इसके लिए उन्होंने पहली इनिंग में 114 रन देकर 2 विकेट लिए और दूसरी पारी में 6 विकेट लेकर 104 रन दिए थे.
शार्दुल ठाकुर ने इस मैच में अपनी विकेट लेने की क्षमता से तो सभी को प्रभावित किया ही है, बल्कि साथ ही साथ उन्होंने बल्ले के साथ भी खुद को साबित किया है क्योंकि उन्होंने पहली पारी में भारत को मुश्किल परिस्थिति से निकालते हुए 115 बॉल्स पर 9 चौके- 2 छक्के लगाते हुए 67 रन बनाए थे. ये पहली पारी के दौरान भारतीय बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर रहा.
भारतीय टीम को जीत दर्ज करने के लिए ऑस्ट्रेलिया द्वारा निर्धारित किए गए 328 रनों के लक्ष्य को हासिल करना है.