भारतीय टीम के नंबर तीन बल्लेबाज ने हाल में ही खत्म हुई बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज में कम स्ट्राइक रेट के लिए कभी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, तो जब उनकी स्लो स्ट्राइक रेट के चलते भारत को जीत में मदद मिली, तो उसकी जमकर तारीफ हुई. अब पुजारा ने खुद अपनी इस स्लो स्ट्राइक रेट का खुलासा किया है.
चेतेश्वर पुजारा विकेट के सामने खड़ी भारत की वह दीवार हैं, जिसे गिरा पाना विदेशी गेंदबाजों के लिए लोहे के चने चबाने जैसा है. ये ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एक बार फिर उन्होंने साबित कर दिखाया. मगर पुजारा को अपने स्लो स्ट्राइक रेट के लिए दिग्गजों द्वारा भी काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, लोगों ने उनकी बैटिंग एबिलिटी पर सवाल खड़े किए.
पुजारा ने पिछले ऑस्ट्रेलिया टूर पर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाने में अहम योगदान दिया था. उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से ऑस्ट्रेलिया गेंदबाजों के छक्के छुड़ा दिए थे. जब 74.43 के औसत व 41.41 की स्ट्राइक रेट से 521 रन बनाए थे. लेकिन इस दौरा पर पुजारा क्रीज पर तो घंटों-घंटों टिके रहे लेकिन उन्होंने 29.20 की स्ट्राइक रेट व 33.88 के औसत से 271 रन बनाए.
नंबर तीन बल्लेबाज ने अपनी कम स्ट्राइक रेट का खुलासा करते हुए बताया कि कोरोना वायरस के कारण वह फर्स्ट क्लास मैच नहीं खेल सके. वह सिर्फ नेट सेशन के बाद ही मैदान पर उतरे. जबकि दूसरी ओर अममून टीम के ज्यादातर प्लेयर्स इंडियन प्रीमियर लीग व लिमिटेड ओवर सीरीज खेलकर मैदान पर उतरे थे. पुजारा ने हिंदुस्तान टाइम्स कहा,
“मैं कोविड-19 की वजह से केवल नेट सेशन खेलकर ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मैदान पर आया था. आपको फर्स्ट क्लास मैच खेलने की आवश्यकता होती है और मुझे केवल एक ही मिला है. इसलिए, मुझे उस लय में होने की उम्मीद करने के लिए, यहां तक कि स्टीव स्मिथ के साथ आपने देखा कि सीरीज में शुरुआत में उनके लिए भी यह मुश्किल था,”
“अधिकतर ऐसा होता है जब मैं 50 से ऊपर जाता हूं, तो मेरा स्ट्राइक रेट बढ़ जाता है. इस सीरीज में, मैं आगे नहीं गया और बड़े स्कोर बनाए. कोई भी 2018-19 के प्रदर्शनों की तुलना नहीं कर सकता है क्योंकि एक सीरीज में तीन शतक और 521 रन हासिल करना आपके करियर में कुछ ही बार हो सकता है.”
सिडनी टेस्ट को ड्रॉ करने और फिर गाबा टेस्ट को जीतने में चेतेश्वर पुजारा का बड़ा योगदान रहा. बल्लेबाज ने 211 गेंदों का सामना किया था और एक छोर पर विकेट बचाकर गेम खेला था, ताकि दूसरी तरफ युवा बल्लेबाज स्कोरबोर्ड को तेजी से आगे बढ़ा सके. इस दौरान ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने पुजारा पर 10-12 गेंदें शरीर पर मारी लेकिन पुजारा दर्द में भी बल्ला लिए विपक्षी गेंदबाजों का सामना करते रहे और 56 रन बनाकर आउट हुए.
अब भारत को इंग्लैंड के साथ टेस्ट सीरीज खेलनी है, जिसकी शुरुआत 5 फरवरी को चेपॉक स्टेडियम में खेले जाने वाले मैच के साथ होगी.