बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का आखिरी व फाइनल मैच की एक बेहतरीन शुरुआत हुई है. पहले दिन ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के कप्तान टिम पेन ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी. बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया टीम को शुरुआती झटके जरुर लगे, लेकिन मार्नस लाबुशेन के शतक ने मेजबान टीम की स्थिति को मजबूती दी.
पहले दिन की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर 1 रन पर मोहम्मद सिराज के शिकार बने, दूसरे सलामी बल्लेबाज मार्कस हैरिस 5 रन बनाकर शार्दुल ठाकुर की बॉल पर वॉशिंगटन सुंदर को विकेट थमा बैठे. लेकिन इसके बाद हुई ऑस्ट्रेलिया टीम की वापसी. जहां, मार्नस लाबुशेन-स्टीव स्मिथ के बीच 70 रनों की पार्टनरशिप हुई. मगर स्मिथ 36 रन पर आउट हो गए.
लेकिन लाबुशेन ने फिर मैथ्यू वेड के साथ 103 रनों की साझेदारी की. मगर 45 रन पर सेट होने के बाद वेड एक खराब शॉर्ट खेल बैठे और आउट हो गए. हालांकि दूसरी छोर पर सेट हो चुके लाबुशेन ने 204 गेंदों पर 108 रनों की शतकीय पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया को मजबूत स्थिति में पहुंचाया.
इस मैच में अजिंक्य रहाणे ने 37 रन पर खेल रहे मार्नस लाबुशेन को जीवनदान दिया, इतना ही नहीं दोबारा चेतेश्वर पुजारा के हाथों भी बल्लेबाज को जीवनदान मिला और जिसका परिणाम रहा वह शतक बनाकर वापस लौटे.
मार्नस लाबुशेन, ऑस्ट्रेलिया टीम के मुख्य बल्लेबाज बन चुके हैं और उन्होंने ब्रिस्बेन में अपने करियर का 5वां टेस्ट शतक लगाया. इसी के साथ बल्लेबाज ने दिग्गज डॉन ब्रेडमैन का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया. वह ब्रिसबेन में खेली 3 पारियों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए. इससे पहले ये रिकॉर्ड ब्रैडमैन के नाम था जिन्होंने इस मैदान पर पहली तीन पारियों में 326 रन बनाए थे.
हालांकि टी नटराजन ने मैथ्यू वेड और लाबुशेन का विकेट निकालकर मैच में भारतीय टीम की वापसी कराई. बताते चलें, गाबा टेस्ट में भारत के युवा ऑफ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर व टी नटराजन अपना डेब्यू मैच खेल रहे हैं. साथ ही शार्दुल ठाकुर व मयंक अग्रवाल की प्लेइंग इलेवन में वापसी हुई है.
पहले दिन के अंत पर कप्तान टिम पेन 38 व ग्रीम 28 रन पर नाबाद हैं और ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 274-5 का रहा.