भारतीय टीम के अनुभवी खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा को धीमी बल्लेबाजी के लिए चारों तरफ से आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. सोशल मीडिया पर ही नहीं बल्कि वह ऑस्ट्रेलियाई दिग्गजों के निशाने पर हैं, लेकिन इस बीच पूर्व ऑस्ट्रेलियाई टॉम मूडी अचानक पुजारा के सपोर्ट में उतर आए हैं. उनका मानना है कि पुजारा की कोई गलती नहीं है क्योंकि वह हमेशा से ही ऐसा खेलते हैं.
भारत के मंझे हुए टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में अपनी धीमी पारी के लिए काफी ट्रोलिंग का सामना करना पड़ रहा है. ये सीरीज अब तक पुजारा के लिए कुछ खास नहीं रही है. वहीं सिडनी टेस्ट मैच की बात करें, तो उन्होंने पहली पारी में 176 गेंदों का सामना करते हुए 50 रन बनाए थे.
इसके बाद से तो मानो सभी पुजारा पर टूट पड़े, जिसमें ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर तो सामने से आकर टेस्ट स्पेसलिस्ट बल्लेबाज पर निशाना साधते नजर आ रहे हैं. रिकी पोंटिंग, एलन बॉर्डर, मगर अब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी टॉम मूडी उनके सपोर्ट में उतरे हैं और उनका मानना है कि पुजारा की इसमें सारी गलती नहीं है. बल्कि उन्होंने इसके लिए अजिंक्य रहाणे व हनुमा विहारी को लताड़ा.
मूडी ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो से कहा, “मुझे नहीं लगता इसमें सारी गलती पुजारा की है, उसने अपने करियर में आमतौर पर ऐसा ही क्रिकेट खेला है और टीम का उनसे अपनी नैसर्गिक शैली के विपरीत खेल की मांग करना ठीक नहीं है.”
मैं इसका बार अजिंक्य रहाणे व हनुमा विहारी पर भी डालूंगा, जो बल्लेबाजी के लिए आए और 38 गेंदों पर सिर्फ 4 रन बनाकर आउट हो गए. मेरे हिसाब से इन दोनों खिलाड़ियों को खेल को आगे बढ़ाने की जरूरत थी, इस भूमिका को समझते हुए कि चेतेश्वर पुजारा ने न केवल इस सीरीज में ऐसा खेल दिखाया है बल्कि हर दूसरी सीरीज जो उन्होंने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेली है, उसमें वह ऐसा ही खेलते हैं.”
मेलबर्न टेस्ट में शतक लगाकर आए अजिंक्य रहाणे ने सिडनी टेस्ट मैच में पहली पारी में 70 गेंदों पर 22 व हनुमा विहारी ने 38 गेंदों पर 4 रन पर अपना विकेट गंवाया. इसके बाद यकीनन भारत को एक छोर से विकेट संभालने की जरुरत थी और पुजारा ने वही किया. पुजारा मौजूदा भारतीय टेस्ट टीम के बेस्ट बल्लेबाज हैं और वह सिडनी टेस्ट में भी अपना स्वाभाविक खेल, खेल रहे हैं.