ऑस्ट्रेलिया-भारत के बीच बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का चौथा व निर्णायक मैच गाबा,ब्रिस्बेन में खेला जाएगा. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 1988 के बाद से गब्बा में टेस्ट मैच नहीं गंवाया है. ऐसे में भारतीय टीम पर यकीनन अतिरिक्त दबाव होगा. मगर भारतीय दिग्गज सुनील गावस्कर का मानना है कि हर चीज को पहली बार अनुभव किया जाता है.
गब्बा टेस्ट मैंच में भारतीय टीम का रिकॉर्ड अब तक अच्छा नहीं रहा है. भारत ने ऑस्ट्रेलिया के साथ ब्रिस्बेन में 6 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें से 5 में भारत को हार का सामना करना पड़ा, तो वहीं एक मैच 2002-2003 दौरे पर ड्रॉ पर खत्म हुआ था. मगर हैरानी की बात है कि भारत एक भी टेस्ट मैच गब्बा के मैदान पर नहीं जीत सका है. लेकिन लिटिल मास्टर का मानना है कि हर चीज पहली बार अनुभव की जाती है. गावस्कर ने आज भारत से बात करते हुए कहा,
” हां, मुझे पता है कि गब्बा ऑस्ट्रेलिया का किला है. लेकिन भारत बुमराह, सैनी और सिराज के साथ आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को रोकने की क्षमता रखता है. यही उनका गढ़ है, वे वहां नहीं हारे. लेकिन हर चीज पहली बार होती है. अगर अजिंक्य रहाणे एंड कंपनी ऐसा करती है, तो मुझे बिल्कुल भी आश्चर्य नहीं होगा, ”
ब्रिस्बेन टेस्ट से पहले भारत के कई खिलाड़ी चोटिल हो गए हैं. रविंद्र जडेजा रूल्ड आउट हो चुके हैं, तो वहीं हनुमा विहारी व जसप्रीत बुमराह ब्रिस्बेन में अंतिम टेस्ट मैच का हिस्सा नहीं बन सकेंगे. तीसरे टेस्ट मैच में फील्डिंग के दौरान जसप्रीत बुमराह को पेट में खिंचाव की समस्या हुई थी, जिसके बाद अब वह चौथा मैच नहीं खेल सकेंगे. साथ ही रविचंद्रन अश्विन का भी पीठ की चोट के कारण चौथा टेस्ट खेलना अभी संदिग्ध है.
इस बीच, लिटिल मास्टर का मानना है कि यह भारत की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट सीरीज जीत में से एक होने जा रही है अगर वे गब्बा टेस्ट जीत लेते हैं.
“यह शायद सबसे अच्छी जीत होगी क्योंकि यह एक बहुत अच्छा ऑस्ट्रेलियाई अटैक है. स्मिथ और लाबुशेन के रन बनाने के साथ, यह भारत के लिए आसान नहीं होने वाला है. हां, इस सीरीज को जीतना एक जबरदस्त उपलब्धि होगी और भारत की सर्वश्रेष्ठ विदेशी जीत में से एक के रूप में रैंक करेगी. ”
इस बात में कोई शक नहीं है कि जिस तरह भारत ने सिडनी टेस्ट को ड्रॉ किया है, तो भारत किसी भी मुश्किल परिस्थिति में जीत हासिल करने की काबिलियत रखता है.
ब्रिस्बेन टेस्ट मैच 15 जनवरी से शुरु होगा.