सिडनी टेस्ट में टीम इंडिया के पराक्रम के आगे ऑस्ट्रेलियाई टीम की बोलती बंद हो गई. खेल के पांचवें दिन भारतीय बल्लेबाजों ने जबरदस्त बल्लेबाजी करते हुए तीसरा टेस्ट ड्रॉ करा दिया. सिडनी टेस्ट के ड्रॉ होने के बाद कप्तान टिम पेन ने अपने कैच छोड़ने की गलती को स्वीकारा और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया.
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान व विकेटकीपर टिम पेन ने सिडनी टेस्ट के पांचवें दिन भारतीय टीम को एक-दो नहीं बल्कि 3 जीवनदान दिए. जिसका परिणाम आप साफ तौर पर रिजल्ट में देख सकते हैं.
नाथन लियोन ने दो बार पंत के कैच के मौके बनाए, मगर टिम पेन के हाथ में कैच नहीं आ सका. जिसका परिणाम रहा पंत 97 रन की पारी खेलकर पवेलियन लौटे. वहीं टिम पेन से तीसरी और सबसे बड़ी गलती तब हुई जब उन्होंने मिचेल स्टार्क की गेंद पर हनुमा विहारी का कैच छोड़ दिया. मैच खत्म होने के बाद टिम पेन ने पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में कहा,
“हमने काफी सारे मौके बनाए. हमारे गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की. इसलिए इसे पचा पाना मुश्किल है. हमारे गेंदबाज शानदार थे, खासकर लियोन ने अच्छी गेंदबाजी की. मैं कैच छोड़ने की अपनी गलती मानता हूं. हम अब ब्रिस्बेन के लिए तैयार हैं. हमने एडिलेड में अपनी सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेली, न ही मेलबर्न में, लेकिन यह काफी करीबी मैच था. हमारे लिए इस मैच में कुछ पॉजिटिव साइन रहे कि हमारे गेंदबाजों ने काफी मौके बनाए. खिलाड़ियों ने आज अपना पूरा प्रयास किया. दो युवा खिलाड़ियों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अच्छी क्रिकेट खेली. विल पुकोवस्की ने अर्धशतक के साथ शुरुआत की और कैमरून ग्रीन ने भी हमारी दूसरी पारी में काफी मदद की.”
सिडनी टेस्ट में ड़ेब्यू करने वाले विल पुकोवस्की ने पहली पारी में 110 बॉल्सि पर 62 रन बनाए. तो वहीं युवा खिलाड़ी कैमरून ग्रीन दूसरी पारी में 132 बॉल्स पर 84 रन बनाने में कामयाब रहे.
भले ही ऑस्ट्रेलिया सिडनी टेस्ट मैच को अपने नाम नहीं कर सका. मगर अब अगला मैच भारतीय टीम के लिए आसान नहीं होने वाला है, क्योंकि टीम के अधिकतर खिलाड़ी चोटिल हैं. ऐसे में यकीनन आखिरी मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम का पड़ला भारी रहेगा और वह सीरीज पर कब्जा जमाने की पूरी कोशिश करेगी.
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच आखिरी मैच ब्रिस्बेन में 15 जनवरी से खेला जाएगा.