भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उनके घर पर हराकर विश्व क्रिकेट में एक बार फिर अपने खेल का लोहा मनवाया है. भारतीय क्रिकेट टीम ने बॉर्डर-गावस्कर सीरीज को 2-1 से रिटेन किया है. इसके लिए भारतीय टीम की पूरे विश्व में तारीफ हो रही है. अब भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने भी टीम की सराहना की है.
भारत ने इस दौरे की शुरुआत अच्छी नहीं की थी. एडिलेट में खेला गया पहला टेस्ट मैच टीम इंडिया शर्मनाक तरीके से 8 विकेटों से हार गई थी, जहां दूसरी पारी में तो भारत के टॉप बल्लेबाजों सहित पूरी की पूरी टीम 36 रन पर ऑलआट हो गई थी.
भारत ने बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के साथ जिस तरह से वापसी की, उसने सभी को हैरान कर दिया. मगर अभी भी भारत की मुश्किलें खत्म नहीं हुईं क्योंकि एक के बाद एक भारतीय खिलाड़ी चोटिल होते रहे. मोहम्मद शमी, उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह, हनुमा विहारी, रविंद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन चोटिल हो गए. साथ ही कप्तान विराट कोहली पहले ही अपने पहले संतान के जन्म के लिए पत्नी के पास भारत लौट चुके थे.
उस वक्त तमाम बड़े-बडे पूर्व क्रिकेटरों ने भारत की सीरीज हारने की बात कह दी थी. 1-1 से बराबरी की स्थिति के बाद गाबा टेस्ट मैच में भारत ने जो खेल दिखाया, वह विश्व क्रिकेट में हमेशा याद रखा जाने योग्य था.
भारत ने चौथी पारी में 328 रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्व पीछा किया, वो भी उस टीम के साथ जिसमें आधे से अधिक खिलाड़ी युवा थे, ये भारत की बेंच स्ट्रेंथ को भी साबित करता है. ऋषभ पंत, मोहम्मद सिराज, शुबमन गिल, टी नटराजन, शार्दुल ठाकुर, वॉशिंगटन सुंदर और चेतेश्वर पुजारा ने गाबा टेस्ट को ऑस्ट्रेलिया से छीन लिया और 3 विकेट से जीत लिया. वीवीएस लक्ष्मण ने टाइम्स ऑफ इंडिया के लिए अपने कॉलम में लिखा,
“ऑस्ट्रेलिया को उनके घर पर हराना वाकई एक बड़ी उपलब्धि है. वो भी भारतीय टीम ने ये तब किया, जब उनक टीम के आधे से अधिक अनुभवी खिलाड़ी चोटिल थे और पहले टेस्ट मैच में पूरी टूम सिर्फ 36 के स्कोर पर ऑलआट हो गई थी. इस भारतीय टीम का भविष्य बहुत अच्छा होगा. इस जीत को सालों साल तक याद किया जाएगा.“
गाबा टेस्ट की पहली पारी में वॉशिंगटन सुंदर व शार्दुल ठाकुर के बीच 123 रनों की साझेदारी हुई, जिससे भारत ने ऑस्ट्रेलिया द्वारा दिए 369 रनों के टार्गेट का पीछा करते हुए 336 रन बना लिए, जिससे ऑस्ट्रेलिया टीम के पास दूसरी पारी से पहले बड़ी बढ़त नहीं थी. वीवीएस लक्ष्मण का मानना है कि वह पार्टनरशिप मैच के लिए काफी अहम थी.
“मेरे लिए निर्णायक क्षण वह था जब पहली पारी में गाबा क्रिकेट स्टेडियम में वाशिंगटन सुंदर-शार्दुल ठाकुर का क्रीज पर टिके रहना, जबकि उनके सामने विश्व स्तरीय आक्रमण का दबाव हो और एक मुश्किल पिच. इन युवा खिलाड़ियों ने उस मिथ को तोड़ दिया, कि हम टी20 पीढ़ी से घिरे हुए हैं. ये सबसे महत्वपूर्ण था.”