ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत के नंबर तीन बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जिताने में महत्वपूर्ण योगदान दिया. उनका विकेट लेने में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के पसीने छूट गए. अब ऑस्ट्रेलिया के स्ट्राइक बॉलर पैट कमिंस ने पुजारा को दीवार करार देते हुए खुलासा किया है कि पुजारा का विकेट उनके लिए सबसे बड़ा विकेट था.
विराट कोहली एडिलेट टेस्ट के बाद भारत लौट आए थे. इसके बाद पैट कमिंस का कहना है कि उनके लिए सीरीज में चेतेश्वर पुजारा का विकेट सबसे बड़ा हो गया.
पुजारा ने चार टेस्ट मैचों में 2018-19 में 74.43 के शानदार औसत से तीन शतक लगाते हुए 521 रन बनाए थे. दाएं हाथ के खिलाड़ी ने 1258 गेंदों का सामना किया था और वह उस सीरीज में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे और ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जिताने में उन्होंने बड़ा योगदान दिया था. जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज से सम्मानित किया गया था.
2020-2021 बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में एडिलेट व बॉक्सिंग डे टेस्ट में पुजारा कुछ खास रन नहीं बनाते दिखे, लेकिन इसके बाद पुजारा मानो पुराने फॉर्म में लौटे और भारत को सीरीज जिताने के लिए खुद को विकेट के सामने दीवार की तरह जमाए रखा. सिडनी टेस्ट में पुजारा ने 205 गेंदों पर 77 रन बनाए और मैच ड्रॉ कराने में बड़ी भूमिका निभाई.
गाबा टेस्ट में जब भारत के लिए जीतना ज्यादा ही मुश्किल था, तब एक बार फिर पुजारा ने एक छोर को संभाला ताकि दूसरी छोर पर युवा बल्लेबाज अपनी शैली में बल्लेबाजी कर रन बनाए. इस दौरान पुजारा ने 211 गेंदों पर 56 रन बनाए. इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज बॉडी लेंथ पर गेंदबाजी करते दिखे, लगातार पुजारा को चोटें लग रही थी, लेकिन उनका लक्ष्य साफ था कि वह भारत को जीत दिलाना चाहते थे.
चेतेश्वर पुजारा के विकेट को पैट कमिंस ने सबसे बड़ा विकेट बताते हुए उन्हें दीवार करार दिया.
कमिंस ने क्रिकइन्फो से बात करते हुए कहा, “मेरी नजर में पुजारा ईंट की दीवार थे. विराट के जाने के बाद पुजारा मेरे लिए बड़ा विकेट था. वह दो साल पहले सीरीज में निर्णायक साबित हुआ था. वह मिडिल ऑर्डर में उनकी दीवार थे. मैंने भी वह सीरीज खेली थी और मैं जानता था. सिडनी में ड्रॉ में उन्होंने निर्णायक भूमिका निभाई और फिर गाबा पर जीत में भी. उसने सीरीज में अपनी छाप बखूबी छोड़ी.”
”पहले दो मैचों के बाद मुझे लगा कि पुजारा अपनी शैली में कुछ बदलाव करके गेंदबाजों पर दबाव बनाने की कोशिश करेंगे लेकिन उन्होंने कुछ और ही किया. उनकी सोच थी कि वह अपने खेल को बखूबी जानते हैं और क्रीज पर डटे रहेंगे, रन खुद ब खुद बनेंगे. वह कठिन स्पैल का सामना करने के लिए ही डटे हुए थे.”
पैट कमिंस ने सीरीज में 20.05 के औसत से 21 विकेट हासिल किए थे. इसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज के अवॉर्ड से सम्मानित किया. पुजारा के अलावा पैट कमिंस ने युवा ऋषभ पंत की बल्लेबाजी की तारीफ की, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के खिलाफ सिडनी में 97 और गाबा में 89* नाबाद पारियां खेलीं.
“वह (पंत) एक क्लास प्लेयर हैं, उन्होंने आगे कहा, वो एक शानदार खिलाड़ी हैं वो खेल को गंभीरता से लेते हैं भले ही बाहर से देखने पर उनका रवैया लापरवाह नजर आता हो लेकिन वो अपने खेल के बारे में अच्छी तरह जानते हैं. वो जानते हैं कि कब अटैक करना है और उनके रन बनाने के क्षेत्र कौन-कौन से हैं.
इसलिए अगली सीरीज से पहले हमें इस बारे में भी कुछ समय देना होगा.”