ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के साथ खेले जा रहे सिडनी टेस्ट मैच के दूसरे दिन भारत ने जबरदस्त वापसी की. जहां, भारत के अनुभवी ऑलराउंडर स्पिनर रवींद्र जडेजा की गेंदबाजी ऑस्ट्रेलिया के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रही. जडेजा ने 62 रन देकर 4 ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाते हुए सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया और कंगारुओं को 338 रनों पर रोकने में अहम भूमिका निभाई.
रविंद्र जडेजा ने पहली पारी में जिस तरह की गेंदबाजी की है, यकीनन हर कोई उनका मुरीद हो गया है. ऑफ स्पिनर ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी का राज खोलते हुए बताया कि उनका उद्दशेय था कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज रन ना बना सकें.
दूसरे दिन में ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजों पर रविंद्र जडेजा ने दबाव बनाकर रखा और साथ ही जसप्रीत बुमराह के नेतृत्व वाली तेज गेंदबाजी इकाई ने भी ढ़ील नहीं दी. जड्डू की रणनीति थी कि वह एक छोर से दबाव बनाकर रखें और वह ऐसा करने में पूरी तरह कामयाब रहे.
जडेजा ने पहला विकेट मार्नस लाबुशेन के रूप में लिया और बल्लेबाज को 91 रनों पर पवेलियन का रास्ता दिखाकर स्टीव स्मिथ व लाबुशेन के बीच चल रही साझेदारी को रोका. इसके बाद मैथ्यू वेड, पैट कमिंस व नाथन लियोन का विकेट भी हासिल किया.
दूसरे दिन शुरुआत से ही कप्तान अजिंक्य रहाणे ने जड्डू पर भरोसा दिखाया और उन्हें भरपूर गेंदबाजी दी, गेंदबाज ने भी कप्तान के भरोसे को बनाए रखा और चार विकेट हासिल किए. अपनी लाजवाब गेंदबाजी के बारे में बात करते हुए कहा,
“विकेट काफी सपाट और धीमा था. मैं स्टंप्स पर गेंदबाज़ी करने की कोशिश कर रहा था. गेंद ज़्यादा नहीं चल रही थी, इसलिए मैंने इसे कड़ा रखने की कोशिश की और अपने छोर से बल्लेबाजों को रन नहीं बनाने दिए क्योंकि बुमराह और अन्य तेज़ गेंदबाज़ अच्छी गेंदबाज़ी कर रहे थे.”
जडेजा ने आगे कहा “मुझे लगता है कि उन्होंने वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की है. हमें बीच में आए समय को भुनाना होगा. मैं कहूंगा कि मैं रनों की चिंता नहीं करूंगा और चार से पांच सैशन तक बल्लेबाजी करूंगा.”
गेंदबाजी के अलावा जडेजा ने अपने डायरेक्ट थ्रो से 131 रनों पर खेल रहे स्टीव स्मिथ को पवेलियन का रास्ता दिखाया. ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 338 और भारत ने दूसरे दिन वापसी की और भारत ने 96-2 पर समाप्त हुआ.