भारतीय टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने सिडनी टेस्ट में आक्रामक पारी खेलकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया है. अब भारत के लिए विकेटकीपिंग कर चुके पार्थिव पटेल का मानना है कि सीरीज के आखिरी टेस्ट मैच में पंत से विकेटकीपिंग नहीं करानी चाहिए, बल्कि उन्हें एक बल्लेबाज के रूप में खेलाना चाहिए.
पंत को सिडनी टेस्ट मैच की पहली पारी में पैट कमिंस की शॉर्ट पिच गेंद से कोहनी पर चोट लगी थी, जिसके बाद वह 36 रन पर आउट हो गए थे. पंत को स्कैन के लिए भेजा गया था और वह ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में विकेटकीपिंग के लिए मैदान पर नहीं उतरे थे. उनकी जगह टीम में मौजूद रिजर्व विकेटकीपर रिद्धिमान साहा को खिलाया गया था.
मगर अब जबकि पंत का ब्रिस्बेन टेस्ट में खेलना तय है, तो ऐसे में पार्थिव पटेल का मानना है कि युवा विकेटकीपर को एक बल्लेबाज के रूप में प्लेइंग इलेवन में शामिल करना चाहिए. पार्थिव पटेल ने क्रिकबज से बात करते हुए कहा,
“इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह (ऋषभ पंत) निश्चित रूप से एक शुद्ध बल्लेबाज के रूप में खेल सकते हैं, और हमें अगले टेस्ट मैच में भी यह देखने को मिल सकता है. जिस तरह से उन्होंने बल्लेबाजी की है, जिस तरह से उन्होंने खुद को आगे बढ़ाया है, वह वाकई बेहतरीन है. मुझे लगता है कि टेस्ट में एक मजबूत मामला है कि टेस्ट में रिद्धिमान साहा एक कीपर की भूमिका में हैं और ऋषभ पंत एक बल्लेबाज के रूप में खेलते हैं.”
इस वक्त भारतीय टीम को इन फॉर्म खिलाड़ियों की जरुरत है और पंत ने जिस तरह का फॉर्म सिडनी टेस्ट में दिखाया है, उसे देखते हुए उनका प्लेइंग इलेवन में रहना अहम हो जाता है.
सिडनी टेस्ट मैच को इतिहास में जब भी याद किया जाएगा, उसमें ऋषभ पंत का जिक्र जरुर आएगा. पंत ने 407 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही भारतीय टीम के लिए दूसरी पारी में 112 गेंदों पर 97 रनों की आक्रामक पारी खेलकर भारतीय खेमे में जीत की उम्मीद जताई थी. पंत की इस पारी के बाद चेतेश्वर पुजारा, रविचंदन अश्विन व हनुमा विहारी के अथक प्रयासों के कारण भारत मैच ड्रॉ करने में सफल रहा था.
बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का चौथा व अहम मुकाबला गब्बा, ब्रिस्बेन में 15 जनवरी से खेला जाएगा.