ऑस्ट्रेलिया के पूर्व चाइनामैन गेंदबाज ब्रैड हॉग का ऐसा मानना है कि भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा इंग्लैंड की परिस्थितियों में रन बनाने के लिए संघर्ष करते नजर आएंगे. हॉग के अनुसार अगर रोहित इंग्लैंड के खिलाफ एक बड़ा प्रभाव छोड़ने में सफल रहे, तो उन्हें आश्चर्य होगा. गौरतलब है कि, भारतीय सलामी बल्लेबाज का टेस्ट रिकॉर्ड बेहद शानदार रहा है क्योंकि घरेलू सरजमीं पर उन्होंने 79 की औसत के साथ रन बनाए हैं.
विदेशी सरजमीं पर रोहित शर्मा के रिकॉर्ड की बात करें तो उन्होंने 27 की औसत के साथ रन बनाए हैं, जबकि इंग्लैंड की कंडीशन में तो उनका औसत और कम सिर्फ 24 का रह जाता है. इतना ही नहीं न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में रोहित पहली बार इंग्लैंड में ओपन करते नजर आए थे.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम दो टेस्ट मैचों में रोहित शर्मा को लगभग हर पारी में एक अच्छी शुरुआत मिली थी और न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में रोहित स्टार्ट पाने में सफल रहे थे, लेकिन हर बार वह एक बेहतर स्टार्ट को बड़े स्कोर में बदल पाने में नाकाम रहे.
हॉग के अनुसार, रोहित शर्मा को इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड का सामना करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि दोनों ही तेज गेंदबाज अपनी-अपनी परिस्थितियों में घातक हैं.
ब्रैड हॉग ने अपने YouTube चैनल पर बात करते हुए कहा, “जब रोहित शर्मा भारत में होते हैं, तो उनका औसत 79 (टेस्ट में) होता है. लेकिन जब वह विदेश में खेलते हैं, तो उनका औसत केवल 27 होता है. फिर हम इंग्लैंड जाते हैं, यह और भी खराब हो जाता है – यह सिर्फ 24 है. मुझे लगता है कि ब्रॉड और एंडरसन जैसे खिलाड़ियों के खिलाफ उन्हें कुछ दिक्कतें होंगी, खासकर ड्यूक गेंद के खिलाफ ओपनिंग. अगर इस सीरीज में उनका बड़ा प्रभाव पड़ता है तो मुझे बहुत हैरानी होगी.’’
हॉग का ऐसा मानना है कि, इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज रोहित शर्मा को टेस्ट बल्लेबाज के रूप में परिभाषित करेगी. घरेलू परिस्थितियों में ओपनिंग करते हुए रोहित अपने मौके को भुनाने में सफल रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी तक विदेशी परिस्थितियों में अपनी क्षमता साबित नहीं करनी है.
उन्होंने अंत में कहा, “हम सभी जानते हैं कि रोहित कितना अच्छा है और यह टेस्ट स्तर पर उसके खेल में क्रिप्टोनाइट्स में से एक रहा है, भारत से दूर प्रदर्शन कर रहा है. इंग्लैंड, शायद एक भारतीय बल्लेबाज के लिए, समायोजित करने के लिए सबसे कठिन परिस्थितियों में से एक है. उसने किया है वहां पर काफी समय है इसलिए अगर वह ऐसा करने जा रहा है, तो यह इस बार होना चाहिए. मुझे लगता है कि यह उसे एक टेस्ट क्रिकेटर के रूप में परिभाषित करेगा.”
भारत और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट मैच 4 अगस्त से नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज में खेला जाएगा.