इंग्लैंड के साथ खेले गए लॉर्ड्स टेस्ट की दूसरी पारी में विराट कोहली का विकेट गंवाने के बाद भारतीय टीम बैकफुट पर चली गई थी. तब भारत का स्कोर 55-3 का था. भारत के पास सिर्फ 28 रनों की बढ़त थी और मैच हाथ से निकल रहा था.
तभी ऋषभ पंत के आउट होने के बाद अजिंक्य रहाणे व चेतेश्वर पुजारा क्रीज पर थे. इन दोनों अनुभवी बल्लेबाजों पर काफी दबाव था क्योंकि वे बुरे फॉर्म से जूंझ रहे थे लेकिन उन्होंने एक बार फिर अपनी क्लास दिखाई और भारत को मुश्किल से बाहर निकाला. इस जोड़ी ने पहले दिन के दूसरे सत्र में बिना कोई विकेट खोए 28 ओवरों में 49 रन जोड़े और इंग्लैंड के गेंदबाजों के खिलाफ क्रीज पर डटे रहे.
रहाणे और पुजारा ने अपने खेल के शीर्ष पर बल्लेबाजी की और विपक्षी टीम को बैकफुट पर धकेल दिया. दोनों ने चौथे विकेट के लिए 100 रन जोड़े और भारत को मुकाबले में बनाए रखा. यह खेल का निर्णायक मोड था क्योंकि इंग्लैंड इससे पहले कमांडिंग पोजीशन में था.
रहाणे ने 61 रन बनाए जबकि पुजारा ने फॉर्म में वापसी करते हुए 45 महत्वपूर्ण रन बनाए और इन दोनों दिग्गज बल्लेबाजों ने न केवल अपने लिए बल्कि टीम के लिए भी महत्वपूर्ण पारियां खेलीं.
भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज सबा करीम को लगता है कि पुजारा और रहाणे की साझेदारी मैच का सबसे बड़ा मोड़ थी.
सबा करीम ने इंडिया न्यूज से बात करते हुए कहा, “मुझे लगता है कि इस मैच में दो या तीन टर्निंग पॉइंट थे. सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट पुजारा और अजिंक्य रहाणे की साझेदारी थी. उसके बाद भारत के लिए मुश्किल वक्त था, जब भारत ने आठ विकेट खो दिए थे. वहां बुमराह और शमी ने अपनी टीम के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदारी की.”
इसके अलावा, पूर्व विकेटकीपर का मानना है कि जॉनी बेयरस्टो का अंतिम दिन चाय से पहले आउट होना भी सबसे बड़े टर्निंग पॉइंट में से एक था. दाएं हाथ के बल्लेबाज को इशांत शर्मा ने एलबीडब्ल्यू किया था लेकिन मैदानी अंपायर के आउट ना देने पर विराट ने रिव्यू लिया था और फिर बेयरस्टो को आउट करार दिया गया.
“इसके साथ ही चाय से ठीक पहले जॉनी बेयरस्टो का विकेट और उसके बाद पहले ही ओवर में बुमराह ने जो रूट का विकेट लिया. मुझे लगता है कि इन टर्निंग मोमेंट्स की वजह से ही भारत ने शानदार तरीके से मैच जीता और इंग्लैंड को हराया.”
भारत ने ऐतिहासिक टेस्ट मैच 151 रन से जीतकर पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है.