भारत के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे का कहना है कि टीम चार या पांच गेंदबाजों को खिलाने के बारे में चिंतित नहीं है और वे इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की पूर्व संध्या पर पिच को देखकर प्लेइंग इलेवन तय करेंगे. भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पांच गेंदबाजों के साथ मैदान पर उतरा था.
भारत ने डब्ल्यूटीसी फाइनल में रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा दोनों को मैदान में उतारा था और उनके प्रदर्शन पर ध्यान देना दिलचस्प होगा क्योंकि वे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहे हैं. हालांकि, जडेजा गेंद से उतने प्रभावी नहीं थे, लेकिन वह एक ऑलराउंडर के रूप में टीम में अधिक संतुलन लाते हैं और निचले क्रम पर आकर रन बनाने की क्षमता रखते हैं.
दूसरी ओर, मोहम्मद सिराज ने पिछले कुछ वक्त में अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है. सिराज ने अपने खेल में जबरदस्त सुधार दिखाया है और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों में 13 विकेट झटके हैं. भारत के पुछल्ले बल्लेबाज बल्ले से कुछ खास योगदान नहीं देते हैं, लेकिन रहाणे का कहना है कि तेज गेंदबाज नेट्स पर प्रैक्टिस कर रहे हैं.
अजिंक्य रहाणे ने कहा, “हम वास्तव में इसके बारे में चिंतित नहीं हैं. तेज गेंदबाजों के बारे में अच्छी बात यह है कि वे अपनी बल्लेबाजी पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं. तेज गेंदबाज नेट पर बल्लेबाजी करने के इच्छुक थे जो एक बहुत अच्छा संकेत है. हम कल विकेट का आकलन करेंगे और तय करेंगे कि किस संयोजन के साथ जाना है. हम बिलकुल भी परेशान नहीं हैं, चाहें वह पांच या चार गेंदबाज हों.”
रहाणे ने तेज गेंदबाजों को बल्ले से सामान पहुंचाने का सपोर्ट किया. पुछल्ले बल्लेबाजों के लिए यह जरूरी है कि वे अपने विकेटों की कीमत समझें और मुख्य बल्लेबाज को सपोर्ट देने की कोशिश करें.
‘‘हर कोई अलग तरह का खिलाड़ी है. हार्दिक ने 2018 में जो किया वह हमारे लिए अलग था. शारदुल बल्लेबाजी कर सकता हैं. आपने उसे को ऑस्ट्रेलिया में बल्लेबाजी करते देखा है और उसने घरेलू क्रिकेट में भी अच्छा प्रदर्शन किया है.’’
‘‘(जसप्रीत) बुमराह, (मोहम्मद) शमी, (मोहम्मद) सिराज, उमेश (यादव) और ईशांत (शर्मा) नेट सत्र में अभ्यास कर रहे हैं. पारी के आखिर में हम जो भी 20-30 रन बनाते हैं, वह बहुत मायने रखता है. यह अच्छा है कि वे नेट सत्र में कम से कम 10-12 मिनट तक बल्लेबाजी करना चाहते हैं. इसका परिणाम बाद में दिखेगा. अभी यह प्रक्रिया और कड़ी मेहनत करके टीम के सदस्य के रूप में योगदान करना महत्वपूर्ण है. हम अपने पुछल्ले बल्लेबाजों से कुछ योगदान की उम्मीद कर रहे हैं.’’
भारत और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट मैच 4 अगस्त से नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज में खेला जाएगा.