पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज दीप दासगुप्ता का ऐसा मानना है कि इंग्लैंड के गेंदबाजों के लिए सबसे बड़ी चुनौती भारतीय परिस्थितियों में 20 विकेट लेने की होगी. इंग्लैंड की टीम में जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे दिग्गज तेज गेंदबाज मौजूद है, लेकिन ये बात किसी से भी छिपी नहीं है कि भारतीय सरजमीं पर स्पिन गेंदबाजों को अधिक मदद मिलती है. ब्रॉड और एंडरसन के साथ-साथ टीम जोफ्रा आर्चर भी मौजूद है जो हमेशा में अपनी गति के लिए जाने जाते हैं. ऐसे में जोफ्रा आर्चर अपनी रफ्तार से भारतीय बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं.
दीप दासगुप्ता के अनुसार, रूट एंड कंपनी मौजूदा टेस्ट सीरीज में डॉम बेस और जैक लीच की जोड़ी पर अधिक निर्भर रहेगी. बेस और लीच ने श्रीलंका के खिलाड़ दो टेस्ट मैचों में कुल मिलाकर 22 खिलाड़ियों को आउट कर पवेलियन का रास्ता दिखाया था. इंग्लैंड की नजरें इन दोनों स्पिनर पर जरुर लगी रहेगी, लेकिन बता दे कि दोनों ही गेंदबाजों के पास अनुभव बहुत ही कम है और दोनों ने अभी तक कुल 12 टेस्ट ही खेले हैं.
भारतीय टीम की बात करे तो टीम में कप्तान विराट कोहली की वापसी हो गई है और उनके वापस आने के साथ ही टीम का बल्लेबाजी क्रम और ज्यादा मजबूत हो गया है. बल्लेबाजी के साथ-साथ मैदान पर कोहली की चतुर कप्तानी भी देखने को मिलेगी.
स्पोर्ट्स टुडे से बात करते हुए दीप दासगुप्ता ने कहा, ”मुझे लगता है कि इंग्लैंड के लिए सबसे बड़ी चुनौती है जब मैं उस तरफ देखता हूं कि वह 20 विकेट ले रहा है. जाहिर है कि आपके पास बड़े नाम हैं, ब्रॉड के पास 500 से अधिक टेस्ट विकेट हैं और एंडरसन के पास 600 से अधिक विकेट हैं और जोफ्रा आर्चर वह गेंदबाज है जो वह है.”
उन्होंने आगे कहा, ”दूसरी ओर, इन सतहों पर आपको अनुभवी गुणवत्ता वाले स्पिनरों की आवश्यकता होती है और मुझे लगता है कि जहां जैक लीच और डोम बेस में उनकी गुणवत्ता है, लेकिन मुझे नहीं पता कि क्या उनके पास इन सतहों पर गेंदबाजी करने का अनुभव है. इसलिए, मुझे लगता है कि इंग्लैंड के लिए सबसे बड़ी चुनौती है.”
पूर्व विकेटकीपर ने भी स्वीकार कि इंग्लैंड के बल्लेबाजों के पास अनुभव जरुर है, लेकिन टीम के दल में ऐसे गेंदबाज नहीं है जो भारतीय परिस्तिथियों में 20 विकेट ले सके.
दीप दासगुप्ता ने कहा, ‘’अगर आप उनके बल्लेबाजी क्रम और बल्लेबाजों को देखते हैं, तो आप जानते हैं कि उनके पास रन हैं. स्टोक्स और रूट और बटलर और इन सभी लोगों की तरह, लेकिन जब आप इन सतहों पर विशेष रूप से गेंदबाजी आक्रमण को देखते हैं, और इन परिस्थितियों में, आप 20 विकेट देखते हैं और कहते हैं कि इंग्लैंड के लिए यह सबसे बड़ी चुनौती होगी.”
इसमें कोई शक नहीं है कि इंग्लैंड के बल्लेबाजों का इस सीरीज में बहुत दारोमदार रहेगा. इंग्लैंड को अगर इस सीरीज में भारत के ऊपर हावी होना है तो गेंदबाजी में दमदार खेल दिखाना होगा. वाकई में डॉम बेस और जैक लीच पर सभी नजरें बनी रहेगी.
1983 विश्व कप विजेता खिलाड़ी कीर्ति आज़ाद का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर… अधिक पढ़ें
दिग्गज सुनील गावस्कर को यकीन नहीं है कि आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी में मिशेल… अधिक पढ़ें
ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड इस बात से खुश हैं कि बॉर्डर-गावस्कर सीरीज… अधिक पढ़ें
पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर चाहते हैं कि भारत बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ… अधिक पढ़ें
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन चाहते हैं कि रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर… अधिक पढ़ें
ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी स्पिनर नाथन लियोन विराट कोहली जैसे चैंपियन बल्लेबाज को कमतर आंकने की… अधिक पढ़ें