भारतीय टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज इशांत शर्मा को इस बात की पूरी उम्मीद है, अगर टीम को अच्छी शुरुआत मिल जाती है तो चेन्नई टेस्ट के अंतिम दिन टीम इंडिया 420 रनों के लक्ष्य को हासिल करने में सफल रहेगी. बता दे कि, भारत के सामने चेन्नई टेस्ट मैच जीतने के लिए 420 रनों का लक्ष्य मिला है और चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक मेजबान टीम का स्कोर एक विकेट के नुकसान पर 39 रन रहा.
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया ने ब्रिस्बेन में खेले गए अंतिम टेस्ट मैच में 328 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इतिहास बनाया था. ब्रिस्बेन टेस्ट से पहले टीम ने सिडनी में भी काफी उम्दा खेल दिखाया था. चेन्नई टेस्ट मैच में फिलहाल स्पिनर को विकेट से काफी मदद मिल रही है. ऐसे में लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं रहेगा.
मौजूदा हालातों को देखते हुए इंग्लैंड को पहला मुकाबला जीतने के लिए पसंदीदा माना जा रहा है. वैसे भी चेन्नई के विकेट पर इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करना किसी चुनौती से कम नहीं होता. टीम इंडिया ने पहली पारी के दौरान 3.52 के रनरेट के साथ रन बनाए थे. ऐसे मे ये देखना बड़ा ही दिलचस्प रहेगा कि अंतिम दिन टीम के खिलाड़ी किस अप्रोच के साथ मैदान पर उतरेंगे.
इंग्लैंड की रणनीति यही रहेगी कि भारतीय बल्लेबाजों को सेट होने का मौका ना दिए जाए और दिन के पहले ही सत्र से भारत पर दबाव बनाया जाए. खासतौर पर टीम टेस्ट स्पेशलिस्ट चेतेश्वर पुजारा को जल्द आउट करना चाहेगी. ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पुजारा ने एक छोर को बखूबी संभाले रखा था और 211 गेंदों का सामना करते हुए शानदार 56 रन बनाए थे.
चौथे दिन के खेल के बाद इशांत शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अपने बयान मे कहा, ”यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि हम कल कैसे शुरू करते हैं. अगर हमें अच्छी शुरुआत मिलती है तो मुझे यकीन है कि हम इसका पीछा कर सकते हैं, क्योंकि हमारे पास एक बैटिंग लाइन-अप है जो निडर है और स्कोर को हासिल कर सकती है. सब कुछ एक अच्छी शुरुआत पर निर्भर करता है और उसके बाद ही आगे के बारे में सोच सकते हैं.’’
इशांत शर्मा ने ये भी स्वीकार कि टीम इंडिया के गेंदबाजों ने पहले दो दिनों मे अच्छी गेंदबाजी नहीं की थी और पिच से भी कुछ खास मद्द्नाही मिल रही थी. इंग्लैंड ने पहली पारी में 578 रनों का स्कोर बनाया था, लेकिन दूसरी पारी में टीम सिर्फ 178 रनों पर सिमट गई थी.
इशांत ने कहा, ”पहले दो दिन हमारे लिए कुछ खास नहीं रहे, लेकिन बीते दिन से यहां का विकेट थोड़ा अधिक स्पिन करने लगा. मुझे लगता है कि हमने वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की है, यहां तक कि एक या दो दिन जब पिच कुछ भी नहीं दे रही थी.”
बताते चलें कि, साल 2008 में भी भारतीय टीम ने चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम पर इंग्लैंड के खिलाफ 387 रनों के पहाड़ जैसे लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल किया था. इस बार भी टीम से उसी प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद लगाई जा रही है.
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