चेन्नई के चेपाक स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल ने टेस्ट करियर का आगाज किया. उन्होंने अपना पहला विकेट इन फॉर्म इंग्लिश कप्तान जो रूट के रूप में चटकाया. इस विकेट को लेकर अक्षर ने खुशी जाहिर करते हुए इस बात को स्वीकार किया कि वह रूट को पहले विकेट के रूप में पाकर बहुत ही खुश हैं.
भारत ने टॉस जीता और बल्लेबाजी करने का फैसला लिया. पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने चेन्नई के कठिन विकेट पर पहली पारी में 328 रनों का स्कोर बना दिया. इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम को संघर्ष करते देखा गया, क्योंकि उनके सामने थी भारत की शानदार गेंदबाजी लाइनअप.
इस पारी में इंग्लैंड के कप्तान जो रूट जो लगातार शतक पर शतक बनाकर आ रहे थे, उन्होंने अक्षर पटेल की बॉल पर स्वीप करने की कोशिश की, लेकिन गेंद शॉर्ट फाइन लेग पर खड़े रविचंद्रन अश्विन के हाथ में चली गई और अक्षर पटेल ने अपना पहला टेस्ट विकेट इंग्लिश कप्तान जो रूट के रूप में चटकाया.
जो रूट का विकेट वाकई भारत के लिए बड़ा था, क्योंकि वह पहले मैच में दोहरा शतक लगाकर आए थे और यदि वह टिक कर बल्लेबाजी करते तो इंग्लैंड के लिए लक्ष्य मुश्किल नहीं होता. अक्षर ने अपना दूसरा विकेट ऑलराउंडर मोईन अली के रूप में लिया. पहली पारी में अक्षर ने 40 रन देकर 2 विकेट चटकाए.
किसी भी क्रिकेटर के लिए उसका पहला विकेट कीमती होता है और यदि वह विकेट इंग्लैंड के इन फॉर्म कप्तान जो रूट का हो, तो बात ही कुछ और होगी. अक्षर पटेल ने दूसरे दिन के बाद खुलासा किया कि वह जो रूट का विकेट लेकर बेहद खुश हैं.
अक्षर पटेल ने बीसीसीआई टीवी पर चेतेश्वर पुजारा से बात करते हुए कहा, “जब मैं पहला टेस्ट देख रहा था तो मैंने देखा कि जो रूट काफी स्वीप और रिवर्स स्वीप शॉट खेलते हैं, और मैंने सोचा कि जिस गति से मैं गेंदबाजी करता हूं, मुझे उन्हें आउट करने का मौका मिला था, और मुझे अपना पहला विकेट जो रूट के रूप में मिला.”
“मैंने सोचा कि अगर वह मेरी डिलीवरी को स्वीप करने की कोशिश करता है, तो वह एलबीडब्ल्यू आउट हो सकता है. जब वह स्वीप शॉट के लिए गए और गलती की, तो इन-फॉर्म बल्लेबाज ने अपना विकेट गंवा दिया, जिन्होंने पिछले मैच में दोहरा शतक लगाया था. आप वीडियो में देख सकते हैं कि मुझे विकेट मिलने पर कितनी खुशी हुई.”
रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल के सामने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को काफी मुश्किल हो रही है. पहली पारी 328 रनों का पीछा करते हुए इंग्लैंड 134 रन ही बना सका और भारत के पास दूसरे दिन अंत में 295 रनों की बढ़त रही.