इन दिनों चारों तरफ भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की खूब तारीफ हो रही, क्योंकि वह अपनी पुरानी लय में लौट आए हैं और बहुत ही किफायती गेंदबाजी कर रहे हैं. अब इस बीच पूर्व भारतीय विकेटकीपर दीप दास गुप्ता ने भुवनेश्वर की तारीफ की है और उनका कहना है कि अनुभवी तेज गेंदबाज मौजूदा वक्त में सीमित ओवर फॉर्मेट के विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं.
भुवी को इंडियन प्रीमियर लीग 2020 में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते हुए हैम्सट्रिंग की समस्या हुई थी, जिसके चलते वह टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे और ऑस्ट्रेलिया दौरे से चूक गए थे. लेकिन इसके बाद जब भुवी ने मैदान पर वापसी की, तो बेहतरीन फॉर्म में रहे.
भुवनेश्वर ने पांच मैचों की टी20आई सीरीज में 6.39 की इकोनॉमी के साथ चार विकेट चटकाए थे. आखिरी टी20आई मुकाबले में सिर्फ 15 रन देकर 2 विकेट्स चटकाए थे. इसके अलावा एकदिवसीय सीरीज के पहले मुकाबले में भुवी ने एक बार फिर प्रभावशाली गेंदबाजी करते हुए 9 ओवर में 30 रन देकर 2 विकेट चटकाए थे.
दासगुप्ता ने कहा, ” भुवनेश्वर कुमार ऐसे गेंदबाज नहीं हैं जो 145 किलोमीटर की रफ्तार से गेंदबाजी करेंगे. अगर आप उनको देखें तो उनकी गति औसत ही रहती है. लेकिन वर्ल्ड क्रिकेट की अगर बात करें तो वो इस वक्त बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक हैं.”
भुवनेश्वर कुमार गेंद को दोनों तरह से स्विंग कराने की कला बखूबी जानते हैं, इसके अलावा बल्लेबाजों के लिए उनकी स्लोवर गेंदों का सामना करना बहुत ही मुश्किल होता है. अनुभवी पेसर डेथ ओवर में बहुत ही किफायती साबित होता है.
“भुवनेश्वर कुमार गेंदबाजी में स्विंग करा रहे हैं और ये एक बड़ा पॉजिटिव है. हम उनके बारे में ज्यादा बात नहीं करते हैं और ऐसा नहीं होना चाहिए. इंजरी से वापसी करते हुए उन्होंने वैसी ही गेंदबाजी की है जैसा पहले किया करते थे और ये एक बड़ा पॉजिटिव है.”
दीप दास गुप्ता ने कहा कि किसी भी गेंदबाज पर ध्यान देना बहुत कम है. भुवनेश्वर नई गेंद को स्विंग कर सकते हैं और फिर वह डेथ ओवरों में सटीक गेंदबाजी कर सकते हैं. इस प्रकार, वह एक फुल पैकेज हैं क्योंकि वह टीम के लिए कठिन ओवरों में गेंदबाजी करना अच्छी तरह जानते हैं.
“भुवनेश्वर कुमार उन गेंदबाजों में से हैं, जो बहुत ही कम होते हैं. वह मुश्किल से मुश्किल ओवरों में गेंदबाजी कर सके है और उनकी सबसे बड़ी खासियत है कि वह दबाव भरी परिस्थितियों में बिलकुल शांत रह सकते हैं. वह विपक्षी टीम को अच्छी तरह समझ लेते हैं और वह परिस्थितियों को भी अच्छी तरह पढ़ लेते हैं. वह विश्व के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक हैं.”
भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा एकदिवसीय मैच 26 मार्च को पुणे के उसी स्थल पर खेला जाएगा.