इंग्लैंड क्रिकेट टीम के हेड कोच क्रिस सिल्वरवुड ने स्वीकार किया है कि भारतीय स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल ने हाल में ही संपन्न हुई चार टेस्ट मैचों की सीरीज में इंग्लैंड के खिलाड़ियों को काफी परेशानी में डाला. अश्विन और अक्षर दोनों ही गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए मेहमान टीम के खिलाड़ियों के सामने काफी समस्याएं खड़ी की.
अनुभवी ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने चार मैचों में 14.72 की शानदार औसत के साथ 32 विकेट चटकाए. अश्विन ने अपनी विविधताओं से मेहमान टीम के बल्लेबाजों को परेशान किया, जिसका उनके पास कोई भी तोड़ नहीं रहा. गेंद के साथ-साथ उन्होंने बल्ले के साथ भी बढ़िया योगदान देते हुए 31.50 की औसत के साथ 189 रन बनाए. अश्विन को इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए ‘मैन ऑफ द सीरीज’ के अवार्ड से भी नवाजा गया.
वहीं बात अगर अपनी पहली ही टेस्ट सीरीज खेल रहे लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल की बात करें तो उन्होंने तीन मैचों में 10.59 की अद्भुत औसत के साथ 27 विकेट अपनी झोली में डालें. पूरी श्रृंखला के दौरान रूट एंड कंपनी अक्षर का भी तोड़ नहीं निकाल पाई. पटेल ने तीन मैचों की छह पारियों में 2-40, 5-60, 6-38, 5-32, 4-68 और 6-48 के आंकड़े दर्ज कराए.
बता दें कि, अक्षर पटेल को टीम के स्टार ऑल राउंडर रवीन्द्र जडेजा के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चोटिल हो जाने के चलते इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज का हिस्सा बनाया गया था और उन्होंने वाकई में पूरी श्रृंखला के दौरान जडेजा की कमी नहीं खलने दी.
27 वर्षीय लेफ्ट आर्म स्पिनर ने छह पारियों में कुल चार बार एक पारी में पांच या उससे अधिक शिकार किए. अक्षर इसके साथ ही, ना सिर्फ टीम इंडिया के बल्कि दुनिया के पहले ऐसे गेंदबाज भी बन गए जिन्होंने अपनी डेब्यू टेस्ट सीरीज (पहले तीन टेस्ट मैच) में इतने विकेट हासिल किए हो. उनसे पहले श्रीलंका के अनंता मेंडिस ने साल 2008 में भारत के खिलाफ तीन मैचों में 26 विकेट अपनी झोली में डाले थे.
कोच क्रिस सिल्वरवुड ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “उन्होंने (अश्विन और एक्सर) जीवन को हमारे लिए बहुत कठिन बना दिया. भारत ने हमें खेल से निकाल दिया. ऐसे में भारत बहुत सारे श्रेय का हकदार है. उन्होंने पहले टेस्ट के बाद मुश्किल से वापसी की.”
उन्होंने आगे कहा, “हम यहां जीतना चाहते थे. हमने पहले टेस्ट में कड़ी मेहनत की और इसे जीता और फिर भारत ने आखिरी तीन टेस्ट मैचों में वापसी की. यह यहां खेलने और जीतने के लिए बहुत मुश्किल जगह है. समय-समय पर इतिहास हमें बताता है कि न केवल इंग्लैंड के लिए, बल्कि अन्य टीमों के लिए भी यहां जीतना मुश्किल है.”
अश्विन और अक्षर के शानदार प्रदर्शन के चलते ही विराट एंड कंपनी पहले टेस्ट में मिली 227 रनों की बड़ी हार के बाद ना सिर्फ जोरदार वापसी करने में कामयाब हुई, बल्कि 3-1 से टेस्ट श्रृंखला भी अपने नाम की. वाकई में इस सीरीज जीत का श्रेय अश्विन और अक्षर को ही मिलना चाहिए.
अक्षर पटेल इंग्लैंड के खिलाफ शुक्रवार, 12 फरवरी से शुरू होने वाले पांच मैचों की टी-20 सीरीज में भी टीम इंडिया के साथ नजर आएंगे.
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