टीम इंडिया ने दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड को 317 रन से हराकर चार मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है। 89 साल में इंग्लैंड के खिलाफ भारत की यह सबसे बड़ी जीत है। पहले टेस्ट में 227 रनों की एकतरफा हार के बाद भारत ने मजबूती से वापसी करके 317 रनों से इंग्लैंड को पटकनी दी.
ये जीत वैसे तो संयुक्त भारतीय टीम के प्रदर्शन से मिली है. लेकिन मैच के हीरो रहे दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन. उन्होंने इस बार न केवल इंग्लैंड के बल्लेबाजों के सामने चुनौतीपूर्ण गेंदबाजी की, बल्कि वह क्रीज पर सेट हुए और दूसरी पारी में उन्होंने अपने होम ग्राउंड पर 106 रनों की शतकीय पारी खेली. इसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.
अश्विन ने अपने शतक के लिए 148 गेंदों का सामना किया और 14 चौके व 1 छक्का जड़ा. इस मैच में अपने शतक के लिए अश्विन ने सिडनी टेस्ट में मैच बचाने के लिए खेली गई पारी को श्रेय दिया. बॉर्डर-गावस्कर सीरीज 2020-21 में जब भारत के हाथ से सिडनी टेस्ट फिसल रहा था, तभी अश्विन और हनुमा विहारी ने लगभग साढ़े तीन घंटों तक क्रीज पर डटकर इंग्लैंड के गेंदबाजों का सामना किया था और मैच बचाने मं महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
रविचंद्रन अश्विन ने अपनी कमाल की बल्लेबाजी के लिए बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर और उप कप्तान अजिंक्य रहाणे को क्रेडिट दिया.
रविचंद्रन अश्विन ने मैच के पोस्ट मैच सेरेमनी में कहा, “गेंदबाजों पर दबाव बनाना बहुत जरुरी है क्योंकि अगर आप उन्हें उनके हिसाब से गेंदबाजी करने की अनुमति देते हैं, तो फिर यह आसान हो जाता है. मैं सिर्फ इसे अपने ऊपर लेना चाहता था, और पहली गेंद से जुड़ने के बाद, मुझे पता था कि मुझे इस विकेट पर अच्छा कर सकता हूं. मैं कोई ऐसा व्यक्ति हूं जो कठिन प्रयास करता है, और जब चीजें मेरे फेवर में नहीं जाती हैं, तो मैं कठिन प्रयास करता हूं. विक्रम राठौर का बहुत सहयोग रहा है पर मैंने खुद भी सोचा. टैक्टिकल प्रैक्टिस ज्यादा जरूरी है. अजिंक्य ने मुझे यह बताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई कि मैं पारी को खत्म कर सकता हूं. सिडनी में जो मैंने पारी खेली थी, उसने मेरे लिए टोन सेट किया है.”
रविचंद्रन अश्विन ने दूसरे टेस्ट में 8 विकेट चटकाए और अब वह इस सीरीज में दो मैचों के बाद सबसे अधिक 17.82 के औसत से 17 विकेट चटका चुके हैं.
सीरीज का अगला और तीसरा मुकाबला अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में 24 फरवरी से शुरु होगा, जो पिंक बॉल से खेला जाएगा.