भारत के साथ खेली जा रही तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज की शुरुआत इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए अच्छी नहीं रही. टीम ने टॉस जीता, लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा सकी, क्योंकि भारत की बल्लेबाजी इकाई ने आक्रामक रवैया अपनाते हुए बल्लेबाजी की और चुनौतीपूर्ण लक्ष्य तय कर दिया. इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने खुलासा किया कि टीम अपने तरीके से परिणामों की परवाह किए बिना क्रिकेट का एक आक्रामक ब्रांड खेलना जारी रखेगी.
जबकि इंग्लैंड ने पहला वनडे मैच 66 रनों से गंवा दिया है और वह सीरीज में 0-1 से पीछे हो गए हैं. मोर्गन का मानना है कि 10-20 रनों के अंतर से हारना बेहतर है. इस मैच में भारत के दिए 318 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो और जेसन रॉय ने 10 ओवर में 89 रन बना लिए और पहले विकेट के लिए 135 रन जोड़ लिए थे.
जिसके बाद मैच इंग्लैंड के पक्ष में झुक रहा था. लेकिन इंग्लैंड के मध्य क्रम भारतीय गेंदबाजों के सामने ताश के पत्तों की तरह बिखर गया. जिसके चलते सिर्फ 41 रन पर इंग्लैंड ने अपने अगले 5 विकेट खो दिए और भारतीय गेंदबाजों ने मेजबान की मैच में वापसी कराई.
नियमित अंतराल पर विकेट खोने के बावजूद दर्शकों के बल्लेबाजों ने आक्रमण करने वाले शॉट्स खेलना जारी रखा और इयोन मोर्गन ने अपने बल्लेबाजों को उसी दृष्टिकोण को जारी रखने का समर्थन किया है.
इयोन मॉर्गन ने मैच के बाद की प्रस्तुति में कहा, “आज काफ़ी चीज़ें सही रही. एक एंटरटेनिंग मैच के लिए विकेट काफ़ी शानदार था. विकेट में तेज़ गेंदबाज़ों के लिए भी मदद थी लेकिन जैसे ही आप खेलने उतरते तो बड़ा स्कोर भी खड़ा कर सकते थे. खराब बल्लेबाज़ी की वजह से हमारे लिए चीज़ें बद से बदतर होती चली गई. आगे से हमें चीज़ों को आज की तुलना में बेहतर तरीके से एक्ज़ीक्यूट करना होगा. आप ऊपर के 7 बल्लेबाज़ों पर नज़र डालेंगे तो हमारे पास सारे बल्लेबाज़ ऐसे हैं जो 60 गेंदों में शतक लगा चुके हैं. इसीलिए हम आज खेलना चाहते थे. विश्व कप को ध्यान में रखते हुए हम अपनी बेंच स्ट्रेंग्थ को यूज़ करने पर जोर देना चाहेंगे. लेकिन हमारे लिए 10-20 रन से हारना इस अंतर से हारने कम तकलीफ़देह होता. इसलिए हम खेलना जारी रखना चाहेंगे.”
मॉर्गन ने कहा कि उनके गेंदबाजों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया, खासकर भारतीय पारी के पहले 40 ओवरों में। एक समय ऐसा लग रहा था कि भारत 280 पर भी नहीं पहुंच पाएगा, लेकिन केएल राहुल और नवोदित क्रुणाल पांड्या के बीच महज 57 गेंदों पर 112 रनों का शानदार गठबंधन उन्हें 317 रनों के बराबर स्कोर पर ले गया।
मोर्गन ने कहा, “हमारे गेंदबाजों ने पारंपरिक टेस्ट लेंथ और लाइन के साथ शानदार प्रदर्शन किया जो कारगर साबित हुआ. संभवतः ओस का फ़ायदा उठाने के लिहाज़ से हम ज़्यादा बेहतर नहीं खेल पाए. जो कि काफ़ी दुर्भाग्यपूर्ण था क्योंकि भारत में टॉस जीतना एक एडवांटेज होता है जिसे हम एक्ज़ीक्यूट नहीं कर सके.”
दूसरे एकदिवसीय मैच में इंग्लैंड क्रिकेट टीम सीरीज में वापसी करने के उद्देश्य के साथ मैदान पर उतरेगी.
एकदिवसीय सीरीज का दूसरा मैच 26 मार्च शुक्रवार को महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम, पुणे में ही खेला जाएगा.