भारत-इंग्लैंड के बीच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच की पिच को लेकर कई दिग्गज खिलाड़ी अपने विचार प्रकट कर रहे हैं. इस सूची में भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण का नाम जुड़ गया है. उनका कहना है कि पिच पर बल्लेबाजों की टैक्निट और आवेदन दिखाने की जरुरत थी.
अहमदाबाद में गुलाबी गेंद से खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में भारत की तरफ से रोहित सऱ्मा और इंग्लैंड की ओर से जैक क्रॉली ने ही बल्ले से टीम के लिए अर्धशतक लगाए, वरना टीम के बाकी सभी बल्लेबाज क्रीज पर आए और स्पिन गेंदबाजों का सामना ही नहीं कर पाए. रोहित ने मैच में 91 और क्रॉली ने 53 रन बनाए.
इंग्लैंड ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया. मगर इंग्लिश टीम इसका फायदा नहीं उठा पाई, क्योंकि भारतीय स्पिनरों ने उन्हें पूरी तरह मैच से बाहर करते हुए पहली पारी में 112 रनों पर और दूसरी पारी में 81 रनों पर ही ऑलआउट कर दिया.
दूसरी ओर, भारतीय टीम ने भी बल्ले से संघर्ष किया. पहली पारी में भारत ने 145 रन बनाए. मगर जब भारती स्पिनर्स ने इंग्लैंड को 81 रनों पर ही रोक दिया, तो भारत के सामने जीत के लिए सिर्प 49 रनों का लक्ष्य था, जिसे टीम ने बिना विकेट खोए हासिल किया और 10 विकेट से मैच अपने नाम किया.
स्टार स्पोर्ट्स क्रिकेट कनेक्टेड से बात करते हुए लक्ष्मण ने कहा, “निश्चित रूप से पिच बहुत चुनौतीपूर्ण थी, लेकिन आवेदन और तकनीक का भी परीक्षण किया गया था, जहां तक बल्लेबाजों का सवाल है. आपको अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते वक्त चुनौतीपूर्ण विकेट मिलते हैं.”
दिग्गज ने सेना देशों का उदाहरण पेश करते हुए कहा कि यह एक ऐसा तरीका है जिससे भारतीय परिस्थितियों में स्पिनरों को मदद मिलेगी, उसी तरह, सेना देशों में सीमरों के लिए मदद मिलती है.
“कभी-कभी जब आप ऑस्ट्रेलिया जाते हैं, तो आपको पिच पर बहुत अधिक दरारें मिलती हैं. जब आप इंग्लैंड जाते हैं, तो आपको सीमिंग ट्रैक मिलते हैं और जब आप भारत आते हैं या उपमहाद्वीप में खेलते हैं जैस- बांग्लादेश, श्रीलंका या भारत तो आप टर्नर की उम्मीद करते हैं. इसलिए मुझे लगता है कि खिलाड़ी तब निराश होते होंगे जब वो टर्निंग बॉल के खिलाफ जो तकनीक दिखाते हैं, वो निश्चित रूप से वैसी नहीं थी.”इस बीच, लक्ष्मण ने कहा कि यह टेस्ट क्रिकेट के लिए एक आदर्श पिच नहीं है क्योंकि दोनों टीमों के स्पिनरों ने दूसरी पारी में बल्लेबाजों को मैच से बाहर कर दिया. उन्होंने इस बात को माना कि पूर्व दिग्गज स्पिनरों अनिल कुंबले और हरभजन सिंह ने भी भारतीय परिस्थितियों में ऐसी गेंदबाजी नहीं की.
4 मार्च से नरेंद्र मोदी स्टेडियम में चौथे टेस्ट मैच की शुरुआत होगी.