टीम इंडिया के अनुभवी सलामी बल्लेबाज और सीमित ओवरों के उप-कप्तान रोहित शर्मा ने मीडिया से प्राथर्ना करते हुए कहा है कि ऋषभ पंत को अकेला छोड़ देना चाहिए. दरअसल, ऋषभ पंत के आक्रामक खेल और उनकी फॉर्म को लेकर बार बार सवालियां निशान उठाए जाते हैं. रोहित ने अपनी राय देते हुए कहा कि, पंत को मैदान पर खुलकर खेलने को आजादी दी जानी चाहिए जिससे वो ना सिर्फ खुलकर खेले बल्कि मैच जीताऊ पारियां खेलने में भी सफल हो.
टीम मैनेजमेंट ने हर बार ऋषभ पंत का समर्थन किया है और इस बढ़िया फल भी बीते तीन महीनों में देखने को मिला है. दरअसल, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बढ़िया खेल दिखाते हुए टीम इंडिया को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जीताने में एक अहम भूमिका निभाई थी. पंत ने सिडनी टेस्ट को ड्रॉ कराने में 97 और ब्रिस्बेन टेस्ट मैच 328 रनों का लक्ष्य का पीछा करते हुए शानदार 89 रनों की नाबाद पारी खेली थी.
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मिली सफलता को उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में भी जारी रखा और बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया. रूट एंड कंपनी के विरुद्ध उन्होंने नंबर 6 पर काफी कठिन हालातों में बल्लेबाजी करते हुए बेहतरीन 101 रनों की शतकीय पारी खेली थी.
कहने को पंत ने सिर्फ 20 टेस्ट मैच ही खेले हैं लेकिन इतने कम समय में ही उनके बल्ले से काफी मैच जीताऊ पारियां देखने को मिल चुकी है.
रोहित शर्मा ने एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, ‘’पंत को पंत बनकर खेलने दें और उस पर किसी तरह की अपेक्षाओं का भार ना डालें. मैंने पहले भी कहा था कि ऋषभ पंत को अकेला छोड़ दो और वो आपको अच्छा प्रदर्शन करके दिखाएंगे. वह यहां से केवल ताकत से ताकत तक जा सकता है. उसने अभी तक ऑस्ट्रेलिया से लेकर इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज तक शानदार प्रदर्शन किया है.”
रोहित ने कहा कि पंत को अपने खेल का आनंद लेना पसंद है और उन्होंने खेल की स्थिति को समझना शुरू कर दिया है. पहले कहा जाता था कि वो मैच की परिस्तिथि को देखे बिना शॉट्स खसल देते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं है और वो टीम की जरूरत के हिसाब से अपने खेल को आगे बढ़ाते हैं.
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टी-20 मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला नरेंद्र मोदी स्टेडियम में शुक्रवार, 12 मार्च से खेला जाएगा.