भारतीय टीम के दिग्गज ऑफ स्पिनर इन दिनों चर्चा में बने हुए हैं. अब इस चर्चा में टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर भी शामिल हुए और उन्होंने पूर्व दिग्गज हरभजन सिंह को रविचंद्रन अश्विन की तुलना में बेहतर करार दिया है. वैसे तो गंभीर ने इस बात को स्वीकार किया कि अलग-अलग युगों के खिलाड़ियों की तुलना सही नहीं है, लेकिन उन्होंने हरभजन सिंह को बेहतर ऑफ स्पिनर बताया.
हरभजन सिंह ने अपने टेस्ट करियर के 103 टेस्ट मैचों में 32.46 की औसत से 417 विकेट लिए हैं. भज्जी ने अपने करियर में कई यादगार प्रद्रर्शन किए, लेकिन आज भी 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी ऐतिहासिक गेंदबाजी शायद ही कोई भुला सका हो, जब उन्होंने सीरीज में 32 विकेट चटकाए थे, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था.
वर्तमान में टेस्ट फॉर्मेट में भारतीय टीम के लिए तीसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं, लेकिन इस वक्त टीम इंडिया के मैच विनर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन उनसे ज्यादा दूर नहीं हैं, क्योंकि वह टेस्ट में 401 विकेट झटक चुके हैं.
रविचंद्रन अश्विन की बात करें, तो वह टीम में ना केवल अपनी गेंदबाजी से मैच जिताऊ प्रदर्शन करते हैं, बल्कि उनकी बल्लेबाजी भी टीम के लिए अहम है. इंग्लैंड सीरीज के दूसरे टेस्ट में उन्होंने अपने टेस्ट करियर का पांचवां शतक लगाया. इस सीरीज में अब तक अश्विन ने 15.71 के जबरदस्त औसत से 24 विकेट लिए हैं.
गंभीर ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से कहा, “अलग दौर की तुलना करना काफी मुश्किल काम होता है, लेकिन इस वक्त मुझे ऐसा लगता है कि जो कुछ भी हमने देखा, मैं हरभजन सिंह को ज्यादा अंक देते हुए बेहतर मानता हूं. उनके उस वक्त को ध्यान में रखते हुए कि जिस वक्त वह अपने चरण पर थे. अश्विन की बात करें तो वह संभवत: इस वक्त दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑफ स्पिनर में से एक हैं. लेकिन मुझे हरभजन सिंह से उनकी तुलना करनी पड़े तो जिस तरह की विकेट पर उन्होंने खेला बिना डीआरएस के वो शानदार थे.”
गंभीर ने कहा, “वहीं, हरभजन सिंह के पास दूसरा गेंद करने का फायदा होता था. ऐसा करने का विकल्प अश्विन के पास नहीं है क्योंकि दूसरा गेंद करने की इजाजत फिंगर स्पिनर को नहीं है. इसके बाद भी जिस तरह की विविधताओं अश्विन के पास है वो वाकई कमाल है. यह तो इस वक्त कह पाना फिर भी मैं हरभजन सिंह को ही बेहतर बताउंगा। अगर पूरे पैकेज के तौर पर देखे तो अश्विन शायद हरभजन सिंह की तुलना में कहीं बेहतर हैं एक गेंदबाज के तौर पर.”
रविचंद्रन अश्विन 77 टेस्ट मैच में 400 विकेटों का आंकड़ा छू चुके हैं. वह टेस्ट में सबसे तेज 400 विकेट लेने वाले भारत के पहले और विश्व के दूसरे स्पिनर हैं. अभी उनकी उम्र 34 वर्ष है. तो ये तय है कि अभी उनका टेस्ट करियर लंबा होने वाला है और वह अनिल कुंबले के 619 विकेटों के रिकॉर्ड को भी तोड़ने की क्षमता रखते हैं.
हरभजन सिंह लंबे वक्त से भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं, मगर वह इंडियन प्रीमियर लीग में लगातार अपनी गेंदबाजी से फैंस को रोमांचित करते हैं. आईपीएल 2021 में वह कोलकाता नाइट राइडर्स से खेलते नजर आएंगे.
इंग्लैंड सीरीज का चौथा टेस्ट मैच 4 मार्च से अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा.