मेहमान इंग्लैंड की टीम ने भारत को पहले टेस्ट मैच में बहुत ही आसानी से हरा दिया. इस हार को देखते हुए भारत के पूर्व दिग्गज सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने बताया है कि किस खिलाड़ी का विकेट भारत के लिए सबसे बड़ा झटका था. इसपर उन्होंने चेतेश्वर पुजारा का नाम लिया, क्योंकि उनका विकेट लेकर इंग्लैंड ने भारत को बैकफुट पर धकेल दिया.
भारतीय टीम की बल्लेबाजी इकाई इंग्लैंड के गेंदबाजों के सामने घुटने टेकती दिखी. पहली पारी में तो भारत ने 337 रन बनाए भी थे, मगर दूसरी पारी में तो भारत एक के बाद एक विकेट खोता गया और देखते ही देखते मैच हाथ से फिसल गया. भारत के लिए विकेट के सामने दीवार की तरह खड़े रहने वाले चेतेश्वर पुजारा ने 143 गेंदों पर 73 रन बनाए थे.
लेकिन दूसरी इनिंग में जब भारतीय टीम पांचवें दिन 381 रनों के लक्ष्य को चेज करने उतरी, तो शुरुआत में ही इंग्लैंड के स्पिनर जैक लीच ने पुजारा को आउट कर भारत की कमर तोड़ दी. लीच की गेंद पर स्टोक्स ने कमाल का कैच पकड़कर पुजारा को पवेलियन की ओर भेजा.
भारत की इस हार पर सभी अपनी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं. इस बीच सुनील गावस्कर ने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि ऑस्ट्रेलिया में सफलता के बाद भारतीय टीम इतने बड़े अंतर से हार जाएगी.
गावस्कर ने आज तक से बात करते हुए बताया, “निश्चित रूप से ऐसा नहीं सोचा था, क्योंकि भारतीय टीम ने सिडनी टेस्ट में जिस तरह का खेल दिखाया था और वह क्रीज पर डटी रही थी, उसके बाद ऐसा ही लग रहा था कि भारतीय टीम भले ही ये मैच हारे लेकिन वह आखिरी कुछ ओवरों तक मैच ले जाएगी. चेतेश्वर पुजारा का जल्दी आउट होना भारत के लिए सबसे बड़ा झटका था. उन्हें पहले आधे घंटे में ही आउट कर दिया गया.
सुनील गावस्कर ने कहा, “वह टीम को एक साथ रखने की क्षमता रखते हैं और जिस तरह से वह बल्लेबाजी करते हैं, गेंदबाजों को यह सोचना पड़ता है कि उन्हें क्या करने की जरूरत है और इस वजह से वे दूसरे छोर पर बल्लेबाजों को ठीक से गेंदबाजी नहीं करा पाते.”
भारतीय टीम को पांचवें दिन 381 रन बनाने थे और टीम के हाथ में 9 विकेट थे. मगर शुरुआती आधे घंटे में ही इंग्लिश गेंदबाज जैक लीच ने पुजारा को आउट करके भारत की नींव हिला दी. फिर शुभमन गिल 50 , रहाणे 0 रन पर आउट हो गए. कप्तान विराट कोहली ने 72 रन बनाए, लेकिन वह जीत के लिए पर्याप्त नहीं थे और भारत 192 रन पर ऑल आट हो गई.
उन्होंने कहा, “इसलिए जब वह जल्दी आउट हुए तो जरूरी था कि अच्छी साझेदारी हो लेकिन ऐसा नहीं हुआ क्योंकि उसके बाद शुभमन गिल कुछ रन बनाकर आउट हो गए और अजिंक्य रहाणे भी उसी ओवर में आउट हो गए और लंच टाइम से पहले ही भारत की आधी टीम वापस आ गई और बोर्ड पर सिर्फ 110 रन थे, ऐसे में मैच को बचाना मुश्किल था.”
भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच इसी मैदान पर 13 फरवरी से शुरु होगा.